रायगढ़ः जिला पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने साल 2019-20 में पुलिस के काम को लेकर विभागीय बैठक ली. जिसमें जिले में हुए अपराधों और उनकी जांच को लेकर चर्चा हुई.
एसपी के मुताबिक साल 2018-19 की तुलना में 2019-20 में अपराध में कमी आई है. उन्होंने कहा कि 'साइबर अपराध के मामले में पुलिस थोड़ी कमजोर साबित हुई है'.
कम समय में मामले का खुलासा
एसपी ने मीटिंग में जिले में साल भर के भीतर पुलिस के सुलझाए सभी अपराधों की जानकारी दी. इस दौरान एसपी ने बताया कि हत्या, लूट और चोरी के घटनाओं में बेहद ही कम समय में पुलिस ने अपराधियों तक पहुंचा है और मामले का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि 'बीते साल कई तरह के गंभीर अपराध हुए, जिसमें कोतरा रोड थाना क्षेत्र में हुए दहला देने वाले हत्याकांड और लैलूंगा में वृद्ध दंपति की निर्मम हत्या जैसी घटना शामिल है'.
112 की सुविधा से हजारों को मिली मदद
पुलिस अधिक्षक का कहना है कि 'अपराधियों में पुलिस का खौफ बना रहे इसके लिए लोगों का सहयोग भी बेहद जरूरी है'. उन्होंने बताया कि 'लोगों तक फौरन सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से 112 का भी बेहतर उपयोग किया जा रहा है. साल भर के भीतर लगभग 52 हजार मामलों में 112 से लोगों को मदद मिली है'.
साइबर क्राइम में कसेंगे लगाम
पुलिस अधिक्षक ने बताया कि 'साइबर क्राइम के मामले में पुलिस की कार्रवाई थोड़ी धीमी रही. इस वजह से जिले में एटीएम से क्लोनिंग और ऑनलाइन शॉपिंग के बहाने ठगी करने के ज्यादातर मामले लंबित है. उन्होंने कहा कि 'नए साल में पुलिस पूरी तरह से तैयार है और पहले से भी बेहतर काम करेगी'.