रायगढ़: कोरोना वायरस के बढ़ते मामले और अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने की क्षमता को देखते हुए एक नई पहल की गई है. प्रदेश में कोरोना के अधिक मरीज मिलने के बाद अब घर में ही मरीजों की इलाज की व्यवस्था की जा रही है. रायगढ़ जिले में भी बिना लक्षण वाले मरीजों को अब उनके घर पर ही रखकर इलाज किया जाएगा. ट्रायल के तौर पर कुछ लोगों को चिन्हित करके घर में ही इलाज किया जा रहा है. इसके अलावा उनकी सतत निगरानी भी की जा रही है.
दरअसल, रायगढ़ जिले में भी लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. संक्रमितों के इलाज के लिए 100 बिस्तर के मातृ शिशु अस्पताल को कोरोना हॉस्पिटल बनाया गया है. अब तक 329 कुल मरीजों की पहचान हो चुकी है, जिसमें से 114 लोगों का इलाज किया जा रहा है. जिले में कोरोना से 5 लोगों की मौत हो चुकी है. लिहाजा प्रशासन अब अस्पताल में मरीजों को भर्ती ना करके उनके घर में ही इलाज करने की व्यवस्था कर रहा है.
अस्पतालों में बिस्तर की कमी
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एसएन केसरी का कहना है कि लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या से अस्पतालों में बिस्तर की कमी हो रही है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के बाद जिन मरीजों में कोरोना के लक्षण नहीं दिख रहे हैं, ऐसे लोगों का घर पर ही इलाज किया जा रहा है. राजधानी में भी इसी तरह से इलाज हो रहा है.
बिना लक्षण वाले मरीजों का अब घर पर ही होगा इलाज
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि अगर मरीज की स्थिति बिगड़ती है, तो उसे बेहतर इलाज के लिए कोरोना अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. फिलहाल रायगढ़ जिले में बिना लक्षण वाले मरीजों को अब उनके घर पर ही रखकर इलाज किया जाएगा.