रायगढ़: जिले में मातृ और शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने मदर चाइल्ड हॉस्पिटल की प्लानिंग की है. वहीं दूसरे मरीजों के लिए भी मेडिकल कॉलेज बनाया गया है. अस्पताल भवन बनकर तैयार होने के बाद भी जिला चिकित्सालय से मेडिकल कॉलेज अस्पताल को नए भवन में नहीं लाया गया है.
शहर से बाहर 13 करोड़ की बिल्डिंग और 15 करोड़ का सेटअप तैयार किया गया है. लेकिन इतने बड़े सेटअप के बाद भी हास्पिटल की OPD तक मरीज नहीं पहुंच पा रहे हैं. इस हॉस्पिटल में एक साल में केवल 540 मरीजों का ही इलाज हुआ है. इतना ही नहीं मातृ और शिशु मृत्यु दर में भी कोई कमी दर्ज नहीं की गई है. जबकि मेडिकल स्टाफ के वेतन से लेकर अन्य खर्चों को मिलाकर हर महीने स्वास्थ्य विभाग 15 लाख रुपए हास्पिटल पर खर्च कर रहा है. नया भवन बनने के बावजूद भी जिला चिकित्सालय का स्टाफ अब तक यहां शिफ्ट नहीं हुआ है.