रायगढ़ : पिछले साल असमय बारिश की वजह से किसानों की धान की फसल अच्छी नहीं हुई थी, लेकिन इस बार किस्मत से मानसून वक्त पर आया और बारिश भी बहुत अच्छी हुई. पानी और मौसम अनुकूल होने से किसान खुश तो थे, लेकिन शासकीय दुकानों में खाद-बीज नहीं मिलने से किसानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है.
रायगढ़ में लगभग 2 लाख जीकृत किसान हैं जो कृषि विभाग से खाद और बीज लेते हैं, लेकिन इस बार किसानों को बीज नहीं मिल पाया है जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई है. इल बारे में जब कॉफि अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के कारण कच्चे माल की सप्लाई नहीं हो पाई थी लिहाजा खाद पर्याप्त मात्रा में नहीं बन पाया है, जिससे पूरे प्रदेश में खाद की समस्या बनी हुई है. अधिकारियों ने कहा कि किसानों को जितना खाद चाहिए उतनी मात्रा में खाद संग्रहित कर लिया गया है. जो कुछ कमियां हैं उसको भी जल्द पूरी कर लिया जाएगा.
पढ़ें: CORONA EFFECT: अब तक नहीं मिला खाद-बीज, कैसे खेती करेंगे जिले के किसान
रायगढ़ जिले में किसान धान की खेती प्रमुखता से करते हैं. बीते साल धान की अच्छी पैदावार हुई थी. समय पर खाद बीज भी मिल गए थे. लेकिन इस बार स्थिति किसानों के अनुसार खराब लग रही है, क्योंकि जब फसल की स्थिति ठीक है और खाद की आवश्यकता है उसी समय खाद नहीं मिलेगा तो पोषण की कमी से पौधे खराब हो जाएंगे. इससे उत्पादन में भी काफी कमी आएगी. किसानों का कहना है कि खाद नहीं मिलने के कारण बिचौलियों से महंगी कीमत में खाद खरीदना पड़ रहा है जिसेस उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है.
किसानों को नहीं मिल रहा रसायनिक खाद
छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के साथ ही बारिश ने इलाके को तरबतर कर दिया है, लेकिन बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे किसान इस साल ज्यादा खुश नहीं दिख रहे हैं. किसानों को अब भी अपने खेतों और फसलों की चिंता सता रही है. बुआई का समय आ गया है और अब तक किसानों को जैविक और रासायनिक खाद नहीं मिल पाया है.