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न किट न ट्रेनिंग: कोरोना से लड़ने के लिए कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में लगा दी गई शिक्षकों की ड्यूटी

कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है. इसे लेकर शिक्षक विरोध जता रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना किट नहीं दिया है. इतना ही नहीं, शिक्षकों को किसी तरह की ट्रेनिंग भी नहीं दी गई है. ऐसे में वे खुद कैसे बचेंगे और लोगों को क्या समझाएंगे समझ से परे है.

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शिक्षकों को कोरोना किट नहीं दिया गया
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Published : Sep 26, 2020, 7:27 PM IST

Updated : Sep 26, 2020, 9:00 PM IST

रायगढ़: घरघोड़ा तहसील में बढ़ते कोरोना वायरस और पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए ब्लॉक स्तरीय टीम का गठन किया गया है. इसकी जिम्मेदारी कलेक्टर ने घरघोड़ा के अनुविभागीय अधिकारी को दिया है. घरघोड़ा में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए 7 टीमें बनाई गई है, जिसमें 28 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है. शिक्षकों को कोरोना संक्रमितों के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का काम दिया गया है. अब शिक्षक इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.

रायगढ़ में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में लगा दी गई शिक्षकों की ड्यूटी

शिक्षकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के लिए उन्हें जरूरी सुरक्षा संसाधन और व्यावहारिक ट्रेनिंग नहीं दी गई है. ऐसे में शिक्षकों के सामने विकट समस्या है. शिक्षकों का कहना है कि बिना ट्रेनिंग के ड्यूटी किस आधार पर करें. शिक्षकों ने ETV भारत से बात करते हुए बताया कि उन्हें पॉजिटिव मरीज संक्रमित का कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने का काम दिया गया है. उनको सुरक्षा उपकरण के नाम पर महज एक कपड़े का मास्क बस दिया गया है.

बचाव के लिए नहीं दिया गया है कोई उपकरण

शिक्षकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बीच कोरोना पॉजिटिव मरीजों की ट्रेसिंग कैसे करें. साथ ही बिना पीपीई किट के उनको कोरोना काल में काम करना किसी चुनौती से कम नहीं है. कोरोना संक्रमण के बीच पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आ जाने का भय है. इतना ही नहीं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के काम में शिक्षकों की टीम के साथ कोई भी स्वास्थ्य विभाग का प्रशिक्षित कर्मचारी नहीं जा रहा है. शिक्षकों ने कहा कि उन्हें केवल एक प्रपत्र थमाया जा रहा है, जिसे उनको संक्रमित मरीज से जानकारी लेकर भरना पड़ रहा है.

बालोद में लोगों ने जुगाड़ से बनाई भाप मशीन, कोरोना वायरस से लड़ने में मिल रही मदद

कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए लगी ड्यूटी

शिक्षकों ने ईटीवी भारत से कहा कि सरकार कोरोना ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कराये. साथ ही उन्हें मेडिकल किट भी उपलब्ध कराया जाए. शिक्षकों का कहना है कि प्रमुख शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला के स्पष्ट आदेश हैं, जो शिक्षक बच्चों को घर पर पढ़ाई की सुविधा प्रदान कर रहे हैं, उन्हें अन्य किसी कार्य से मुक्त रखा जाए. शिक्षकों का आरोप है कि उन्हीं शिक्षकों की यहां ड्यूटी लगाई जा रही है, जो कि वर्तमान में ऑनलाइन क्लास लगाकर सैकड़ों विद्यार्थियों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ स्तर पर ऑनलाइन क्लास में चौथे स्थान प्राप्त विजय पंडा शिक्षक की भी ड्यूटी कोरोना संक्रमितों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में लगा दी गई है, जिसके कारण वे भी ऑनलाइन क्लॉस नहीं लगा पा रहे हैं.

रायगढ़: घरघोड़ा तहसील में बढ़ते कोरोना वायरस और पॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए ब्लॉक स्तरीय टीम का गठन किया गया है. इसकी जिम्मेदारी कलेक्टर ने घरघोड़ा के अनुविभागीय अधिकारी को दिया है. घरघोड़ा में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए 7 टीमें बनाई गई है, जिसमें 28 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है. शिक्षकों को कोरोना संक्रमितों के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का काम दिया गया है. अब शिक्षक इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.

रायगढ़ में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में लगा दी गई शिक्षकों की ड्यूटी

शिक्षकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के लिए उन्हें जरूरी सुरक्षा संसाधन और व्यावहारिक ट्रेनिंग नहीं दी गई है. ऐसे में शिक्षकों के सामने विकट समस्या है. शिक्षकों का कहना है कि बिना ट्रेनिंग के ड्यूटी किस आधार पर करें. शिक्षकों ने ETV भारत से बात करते हुए बताया कि उन्हें पॉजिटिव मरीज संक्रमित का कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग करने का काम दिया गया है. उनको सुरक्षा उपकरण के नाम पर महज एक कपड़े का मास्क बस दिया गया है.

बचाव के लिए नहीं दिया गया है कोई उपकरण

शिक्षकों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बीच कोरोना पॉजिटिव मरीजों की ट्रेसिंग कैसे करें. साथ ही बिना पीपीई किट के उनको कोरोना काल में काम करना किसी चुनौती से कम नहीं है. कोरोना संक्रमण के बीच पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आ जाने का भय है. इतना ही नहीं कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के काम में शिक्षकों की टीम के साथ कोई भी स्वास्थ्य विभाग का प्रशिक्षित कर्मचारी नहीं जा रहा है. शिक्षकों ने कहा कि उन्हें केवल एक प्रपत्र थमाया जा रहा है, जिसे उनको संक्रमित मरीज से जानकारी लेकर भरना पड़ रहा है.

बालोद में लोगों ने जुगाड़ से बनाई भाप मशीन, कोरोना वायरस से लड़ने में मिल रही मदद

कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के लिए लगी ड्यूटी

शिक्षकों ने ईटीवी भारत से कहा कि सरकार कोरोना ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को 50 लाख का बीमा कराये. साथ ही उन्हें मेडिकल किट भी उपलब्ध कराया जाए. शिक्षकों का कहना है कि प्रमुख शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला के स्पष्ट आदेश हैं, जो शिक्षक बच्चों को घर पर पढ़ाई की सुविधा प्रदान कर रहे हैं, उन्हें अन्य किसी कार्य से मुक्त रखा जाए. शिक्षकों का आरोप है कि उन्हीं शिक्षकों की यहां ड्यूटी लगाई जा रही है, जो कि वर्तमान में ऑनलाइन क्लास लगाकर सैकड़ों विद्यार्थियों को पढ़ाने का काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं छत्तीसगढ़ स्तर पर ऑनलाइन क्लास में चौथे स्थान प्राप्त विजय पंडा शिक्षक की भी ड्यूटी कोरोना संक्रमितों की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में लगा दी गई है, जिसके कारण वे भी ऑनलाइन क्लॉस नहीं लगा पा रहे हैं.

Last Updated : Sep 26, 2020, 9:00 PM IST
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