रायगढ़: जैविक खेती को बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए लैलूंगा ब्लॉक को चुना गया है. यहां के लगभग 1500 किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रत्येक किसान को 15 लाख रुपए बिना ब्याज के दर से दिया जाएगा. जैविक खेती के लिए किसानों को विशेष प्रशिक्षण के साथ सुगंधित चावल वाले धान का बीज दिया जाएगा.
समिति में किसानों को धान के बीज से पौधा लगाने, फसल तैयार करने, फसल के बाद चावल के प्रोसेसिंग करने तक का प्रशिक्षण दिया जाएगा. साथ ही उस चावल को किसानों के मार्केट से ही सरकार खरीदेगी. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत किसानों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त करना और उनको खेती के लिए प्रोत्साहित करना है.
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प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से मिलेगा लाभ
रायगढ़ के कृषि अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत किसानों को जैविक खेती के तरफ बढ़ावा दिया जा रहा है. उनको आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सुगंधित जौ-फूल चावल की खेती करने के लिए आर्थिक रूप से मदद किया जाएगा. किसानों के लिए अच्छी खबर रहेगी कि उन को 15 लाख रुपए का बिना ब्याज के लोन दिया जाएगा. इस लोन के भुगतान के लिए भी उनके धान को खरीदा जाएगा.
![Department of Agriculture is preparing to do organic farming to farmers in raigarh](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-rai-01-dayplan-kheti-avb-7202904_19112020203153_1911f_1605798113_703.jpg)
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फसल उगाने से लेकर चावल की प्रोसेसिंग तक का काम
धान खरीदी से लेकर धान से चावल बनाने तक का सारा काम किसानों से ही लिया जाएगा. इससे उनको यह लाभ होगा कि जो किसान अपनी फसल को 40 से 50 रुपये प्रति किलो की दर से बेचते थे. उन्हें 100 रुपये प्रति किलो की दर से खरीदा जाएगा. चावल बनाने का काम भी किसानों से ही करा कर उनको दुगना लाभ मिलेगा.