रायगढ़: उत्तर पुस्तिका जमा करने के लिए पोस्ट ऑफिस में लग रही है. कॉलेज में विद्यार्थियों की भीड़ घातक साबित हो सकती है. इससे कोरोना संक्रमण का खतरा और बढ़ सकता है. कोरोना काल में विद्यार्थियों को परीक्षा दिलाने के लिए कॉलेज तो नहीं बुलाया जा रहा, लेकिन घर में लिखे आंसर शीट (उत्तर पुस्तिका) जमा करने के लिए पोस्ट ऑफिस जाना पड़ रहा है. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही है. जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. पोस्ट ऑफिस में न तो लाइन लगाने की व्यवस्था है और न ही कोरोना से बचाव के नियमों का पालन किया जा रहा है.
विश्वविद्यालयों ने कोरोना संकट के मद्देनजर छात्रों-छात्राओं की परीक्षा ली थी. जिसमें विद्यार्थियों को घर में आसंर शीट में उत्तर लिखकर स्पीड पोस्ट और डाक से भेजने की छूट दी गई थी. एग्जाम देने के बाद अब विद्यार्थी उत्तर लिखकर आंसर शीट स्पीड पोस्ट से भेज रहे हैं. जिसके लिए छात्र-छात्राएं पोस्ट ऑफिस में सुबह से लाइन लगाकर घंटों अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. इस दौरान प्रशासन की अव्यवस्था साफ दिखाई दे रही है.
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कई दिनों से पोस्ट ऑफिस के चक्कर काट रहे छात्र
अपनी उत्तर पुस्तिका जमा करने आए विद्यार्थियों ने बताया कि वे कई दिनों से पोस्ट ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं. मुश्किल से उनका काम हो पा रहा है. दूर-दूर से बच्चे आ रहे हैं और सुबह से लाइन लग कर घंटों अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं भीड़ इतनी बढ़ रही है कि खड़े होने के लिए भी जगह कम पड़ रहा है. यूनिवर्सिटी की तरफ से आदेशित किया गया है कि परीक्षा समाप्त होने के 5 दिनों के भीतर विद्यार्थियों को अपनी उत्तर पुस्तिका यूनिवर्सिटी के नाम स्पीड पोस्ट करनी है. ऐसे में हजारों की संख्या में विद्यार्थी पोस्ट ऑफिस पहुंच रहे हैं. अगर प्रशासन ने पोस्ट ऑफिस में कोई व्यवस्था नहीं की तो आने वाले दिनों में छात्र-छात्राओं की परेशानी और बढ़ सकती है. लिहाजा प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की जरूरत है.