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Raigarh news खतरे में सैकड़ों स्कूली बच्चों की जान - रायगढ़ में जर्जर स्कूल में पढ़ रहे बच्चे

dilapidated class room of Lalit Pathshala रायगढ़ के जूटमिल में ललित पाठशाला की स्थिति काफी जर्जर है. हालत ये है कि स्कूल की छत कभी भी गिर सकती है लेकिन बच्चे उसी छत के नीचे बैठकर पढ़ने को मजबूर है. शासन को रिपोर्ट बनाकर भेजने के बाद अधिकारी मौन है. जबकि प्रशासन किसी हादसे के इंतजार में बैठा है. Children studying in dilapidated school in Raigarh

dilapidated class room of Lalit Pathshala
खतरे में सैकड़ों स्कूली बच्चों की जान
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Published : Dec 6, 2022, 2:06 PM IST

रायगढ़: जिले के जूटमिल क्षेत्र के रेगड़ा ग्राम पंचायत स्थित ललित पाठशाला के बच्चे बीते कुछ सालों से जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं. स्कूल काफी जर्जर हो चुका है. छत का प्लास्टर कई बार गिर चुका है. बावजूद इसके स्कूल प्रशासन और विभाग लापरवाह बना हुआ है. छोटे छोटे बच्चों को जर्जर स्कूल भवन में ही बैठाकर पढ़ाया जा रहा है. जर्जर क्लास में बैठकर पढ़ने में बच्चों के साथ ही उनके परिजन भी डरे रहते हैं लेकिन उनके पास शिकायत करने के अलावा कोई चारा भी नहीं है. ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने बताया प्रशासन को इसकी रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गई है. जल्द ही नए स्कूल भवन का निर्माण हो जाएगा.

स्कूल में पढ़ने में लगता है डर: जर्जर क्लास में बैठे बच्चों ने बताया " बरसात के मौसम में छत का प्लास्टर अक्सर गिरता है. उस दौरान टीचर उन्हें क्लास में नहीं बैठाती है. दूसरी क्लास के बच्चों के साथ उन्हें बैठाया जाता है. क्लास में बैठकर पढ़ने में डर लगता है. "

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शासन को रिपोर्ट बनाकर भेजा गया: ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आर कुमार ने बताया " विकासखंड में 205 प्राथमिक स्कूल है. जिसमें 18 प्राथमिक स्कूल जर्जर है. 102 मिडिल स्कूल है जिसमें 12 स्कूल भवन जर्जर है. 9 हाई स्कूल है. जिसमें से 4 हाईस्कूल में भवन नहीं है. 30 हायर सेकेंड्री स्कूलों में भवन है. रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दिया गया है. जल्द ही रेगड़ा ग्राम पंचायत का स्कूल भवन तैयार कर दिया जाएगा.

रायगढ़: जिले के जूटमिल क्षेत्र के रेगड़ा ग्राम पंचायत स्थित ललित पाठशाला के बच्चे बीते कुछ सालों से जर्जर भवन में पढ़ने को मजबूर हैं. स्कूल काफी जर्जर हो चुका है. छत का प्लास्टर कई बार गिर चुका है. बावजूद इसके स्कूल प्रशासन और विभाग लापरवाह बना हुआ है. छोटे छोटे बच्चों को जर्जर स्कूल भवन में ही बैठाकर पढ़ाया जा रहा है. जर्जर क्लास में बैठकर पढ़ने में बच्चों के साथ ही उनके परिजन भी डरे रहते हैं लेकिन उनके पास शिकायत करने के अलावा कोई चारा भी नहीं है. ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने बताया प्रशासन को इसकी रिपोर्ट तैयार कर भेज दी गई है. जल्द ही नए स्कूल भवन का निर्माण हो जाएगा.

स्कूल में पढ़ने में लगता है डर: जर्जर क्लास में बैठे बच्चों ने बताया " बरसात के मौसम में छत का प्लास्टर अक्सर गिरता है. उस दौरान टीचर उन्हें क्लास में नहीं बैठाती है. दूसरी क्लास के बच्चों के साथ उन्हें बैठाया जाता है. क्लास में बैठकर पढ़ने में डर लगता है. "

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शासन को रिपोर्ट बनाकर भेजा गया: ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आर कुमार ने बताया " विकासखंड में 205 प्राथमिक स्कूल है. जिसमें 18 प्राथमिक स्कूल जर्जर है. 102 मिडिल स्कूल है जिसमें 12 स्कूल भवन जर्जर है. 9 हाई स्कूल है. जिसमें से 4 हाईस्कूल में भवन नहीं है. 30 हायर सेकेंड्री स्कूलों में भवन है. रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दिया गया है. जल्द ही रेगड़ा ग्राम पंचायत का स्कूल भवन तैयार कर दिया जाएगा.

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