रायगढ़: विश्वव्यापी महामारी कोरोना वायरस के प्रकोप से बचाव के लिए किए गए लॉकडाउन में भी शिक्षकों का अहम योगदान रहा. स्कूल तो बंद रहे, लेकिन शिक्षक अपनी ड्यूटी निभाने के लिए चौक-चौराहे और बॉर्डर पर डंटे रहे. ज्यादातर शिक्षक बॉर्डर और अन्य जगहों पर पुलिस राजस्व विभाग तथा अन्य लोगों के साथ ड्यूटी करते नजर आए.
दरअसल, रायगढ़ जिले में 599 शिक्षकों को कोरोना वॉरियर्स लिए चयनित किया गया था, जिसमें से 49 शिक्षकों से काम लिया जा रहा है. अब वर्तमान में उन सभी शिक्षकों की कोरोना जांच की जाएगी. रायगढ़ जिले में कोरोना से अबतक 11 लोगों की मौत हो चुकी है.
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49 शिक्षकों की कोरोना जांच
शिक्षा विभाग के अधिकारी का कहना है कि कलेक्टर के निर्देशानुसार 599 शिक्षकों को कोरोना काल के दौरान बॉर्डर, चेक पोस्ट और अन्य जगहों पर ड्यूटी के लिए चयनित किया गया था, जिसमें 49 शिक्षकों से काम लिया गया. अब लॉकडाउन में राहत के बाद उन सभी शिक्षकों की कोरोना जांच की जाएगी. जिन्होंने कोरोनाकाल में ड्यूटी किया है. बता दें जिले में लगातार कोरोना का संक्रमण बढ़ता जा रहा है और शिक्षकों के द्वारा कोरोना के दौरान ड्यूटी किए हैं, इसलिए कोरोना जांच की जाएगी.
विनोद चंद्राकर कोरोना पॉजिटिव
छत्तीसगढ़ में कोरोना का कहर इतना बढ़ गया है कि अब कई वीआईपी और वीवीआईपी भी इसकी चपेट में आने लगे हैं. महासमुंद से विधायक विनोद चंद्राकर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. उन्होंने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि 'कोरोना के शुरूआती लक्षण दिखने पर मैंने टेस्ट करवाया और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. मेरी तबीयत ठीक है, लेकिन डॉक्टर्स की सलाह पर अस्पताल में भर्ती हो रहा हूं'. उन्होंने बीते दिनों में उनसे संपर्क में आए सभी लोगों से आइसोलेट होने और कोरोना जांच करवाने की अपील की है.