नारायणपुर: नारायणपुर जिले में तेंदूपत्ता संघ के तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. ये आंदोलनकारी प्रदेश सरकार से नाराज हैं. इनका आरोप है कि कांग्रेस की सरकार बनने से पहले चुनावी घोषणा पत्र में हर फड़मुंशी को 1 हजार रुपये प्रतिमाह देने वादा किया था लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकार अपना वादा भूल गई. इसी के विरोध में पिछले तीन दिनों से तेंदूपत्ता संघ के कार्यकर्ता आंदोलन कर रहे थे. बुधवार को फड़मुंशियों ने अपना आंदोलन खत्म किया. उन्होंने मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए किया प्रदर्शन: 17 अप्रैल से 19 अप्रैल तक धरना स्थल बखरूपारा में तेंदूपत्ता संघ के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. सरकार को अपने किए वादे को याद दिलाने के लिए फड़ मुंशी धरने पर बैठे. आंदोलनकारी फड़ मुंशियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने से पहले चुनावी घोषणा पत्र में प्रत्येक फड़मुंशी को एक हजार रुपया प्रतिमाह देने वादा किया गया था. सत्ता में आते ही सरकार ये वादा भूल गई. तेंदूपत्ता संध ने तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है.
ये है मांग: फड़ मुंशियों ने बताया कि "10वीं 12वीं पास अनिवार्यता बताकर हर साल नए फड़ मुंशियों की भर्ती की जाती है. इसे खत्म करना चाहिए. गांव के ही अनुभवी युवकों को फड़मुंशी का काम देना चाहिए.
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उग्र आंदोलन की चेतावनी: तेंदूपत्ता वनोपज में संग्रहण परिवार के बीमा काम, तेंदूपत्ता कार्ड बनाने में सर्वे का काम, सरकार की विभिन्न योजनाएं संचालित करने का काम, तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार को फायदा दिलाने का काम तेंदूपत्ता फडमुंशी को दी जाती है. बिना मानदेय के पूरे साल फड़ मुंशियों से काम लिया जाता है. नाराज फड़ मुंशियों ने राज्य सरकार के चुनावी वादे को याद दिलाने के लिए तीन दिवसीय प्रदर्शन कर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है. इन फड़ मुंशियों ने मांगे पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.