नारायणपुर: कोरोना वायरस के कारण देश-दुनिया में जन-जीवन प्रभावित हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पशुपालक ग्रामीणों और किसानों के प्रति संवेदनशील मानसिकता और किसानों को सशक्त बनाने की दिशा से किसानों को फायदा मिल रहा है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन के संरक्षण, सवंर्धन और वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन को बढ़ावा देने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से गोधन न्याय योजना की शुरुआत की है. नारायणपुर जिले के स्व-सहायता समूह की महिलाएं अपने आर्थिक संबलीकरण के लिए बुलंद हौसलों के साथ वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने के काम में जुटी हुई है.
वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने का काम कर रही
महिलाएं अपने और अपने परिवार के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने तथा जैविक उपज को बढ़ावा देने के लिए लगन के साथ लगी हुई है. इन महिलाओं को समूहों में जोड़कर विविध गतिविधियों से जोड़ा गया है. वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया है. नारायणपुर विकासखंड के ग्राम भाटपाल के मां दंतेश्वरी स्व-सहायता समूह की महिलाओं को वर्मी कम्पोस्ट बनाने के कार्य से जोड़ा गया है. बिहान के तहत गठित समूह की महिलाएं उत्साह के साथ गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने का कार्य कर रही है.
47 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार
समूह की महिलाओं का कहना है कि वे अपने गांव और परिवार के लिए कुछ करना चाहती है. गौठान में भी कुशल मजदूरों की आवश्यकता थी और महिलाओं को भी आर्थिक मोर्चे पर कुछ कर गुजरने की जरूरत है. इसलिए शासन ने पहल करते हुए समूह की महिलाओं को वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के कार्य से जोड़ा है. मां दंतेश्वरी स्व-सहायता समूह भाटपाल की महिलाओं ने बताया कि समूह ने अब तक कुल 47 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद तैयार कर विक्रय करने से 37 हजार रुपये प्राप्त हुए हैं.
सरकार बनते ही बना गौठान
समूह की महिलाओं ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गांव के आर्थिक विकास के लिए गौठान का निर्माण किया है और गोधन न्याय योजना लागू की है, ताकि गोबर खरीदी कर वर्मी कम्पोस्ट बना सके. बघेल सरकार बनते ही हमारे गांव में गौठान स्थापित की गई थी, लेकिन गोबर कम मात्रा में मिलने या नहीं मिलने से वर्मी कम्पोस्ट बनाने का काम निरंतर नहीं हो पा रहा था. गोधन न्याय योजना के लागू हो जाने से अब वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए गोबर की कमी नहीं हो रही है, पर्याप्त मात्रा में गोबर मिल रहा है.