नारायणपुर: महतारी एंबुलेंस के ड्राइवर और उसके सहयोगी ने गर्भवती महिला को कांवड़ से 2 किलोमीटर पैदल ढोकर गाड़ी तक पहुंचाया. बारिश की वजह से सड़कें दलदल में तब्दील हो गई हैं, जिसके कारण ग्रामीण इलाकों तक महतारी एंबुलेंस नहीं पहुंची पा रही. हाथीबेड़ा गांव के लोग महिला को कांवर में बैठाकर दो किलोमीटर तक पैदल चले और महिला को एंबुलेंस तक पहुंचाया.
धौड़ाई से 7 किलोमीटर दूर हाथीबेड़ा गांव में गर्भवती महिला राजवती सलाम को अचानक प्रसव पीड़ा हुई. महिला प्रसव पीड़ा से कराह रही थी, जिसके बाद समाज सेवी संस्था के सुपरवाइजर पवन देवांगन ने 102 पर कॉल कर इसकी जानकारी दी, लेकिन सड़क खराब होने के कारण महतारी एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी, जिसके बाद एंबुलेंस के ड्राइवर और उसके साथी ने महिला को कांवड़ में बैठाकर एंबुलेंस तक पहुंचया, जिसके बाद एंबुलेंस के जरिए गर्भवती महिला को धौड़ाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया.
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मरीजों को इलाज मुहैया कराई जा रही
नारायणपुर के आसपास अंदरूनी दुर्गम क्षेत्रों में लगातार एंबुलेंस के कर्मचारी सेवा दे रहे हैं. अंदरूनी इलाकों में सड़कें कच्ची होने के कारण कई बार गांव तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती, लेकिन कर्मचारियों के हौसला और सफल प्रयास के कारण मरीजों को सुविधाएं मुहैया हो पा रही हैं.
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महतारी एंबुलेंस ड्राइवर को महिला बोली धन्यवाद
बता दें कि महिला ने धौड़ाई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बच्ची को जन्म दिया है. महिला महतारी एंबुलेंस ड्राइवर और उसके सहयोगी को धन्यवाद देने के साथ ही सड़क की दुर्दशा को लेकर प्रशासन को कोस रही है.