नारायणपुर: ग्राम पंचायत सचिव संघ अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर पीछले 26 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. ग्रामीण विकास की रीढ़ कहे जाने वाले सहायक सचिव और रोजगार सहायकों की हड़ताल अब भी जारी है. उनका कहना है कि सरकार अब भी उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. जिसे लेकर शनिवार को पंचायत सचिव और रोजगार संघ ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए रामायण का पाठ किया.
धरना प्रदर्शन कर रहे रोजगार सहायक और सचिवों का कहना है कि उनकी वजह से प्रदेश में संचालित प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, समग्र स्वच्छता अभियान जैसी की सरकारी योजनाएं अपने उद्देश्य में सफल होता जा रही है, लेकिन इसके बाद भी उन्हें अन्य कर्मचारियों की तरह नियमित नहीं किया जा रहा है.
पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर हो रही हड़ताल
सचिव संघ के जिलाध्यक्ष मन्नू बघेल ने बताया कि जिले के ग्राम पंचायतों के प्रदेश पंचायत सचिव संघ के आह्वान पर अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर जनपद पंचायत नारायणपुर के प्रांगण पर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए हैं. पंचायत सचिवों की एक सूत्रीय मांग है कि दो साल की परीक्षा अवधि खत्म के बाद सचिवों को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए. हमारी जायज एक सूत्रीय मांग पर शासन ध्यान नहीं दे रही है. जबकि शासन की महत्वपूर्ण योजनाओं को नक्सल प्रभावित इलाकों में हम जान जोखिम में डालकर लोगो तक पहुंचाते हैं.
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सचिव संघ और रोजगार सहायकों का संयुक्त प्रदर्शन
शासन के 29 विभागों के काम हमसे ही कराए जाते हैं. हमारी महिला सचिव बहन अपने दुधमुंहे बच्चो को छोड़कर पंचायतों में काम में लगी रहती है, लेकिन इसके बाद भी सरकार उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है. हमारे हड़ताल पर जाने से छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं नरवा गरुवा घुरवा बाड़ी, गोधन न्याय योजना जैसी योजनाएं प्रभावित हो रही है. ऐसे में ग्रामीणों को होने वाली परेशानियों की जवाबदेही भी राज्य सरकार की है. वहीं रोजगार संघ के अध्यक्ष कैलाश नाग ने बताया कि रोजगार सहायकों की हड़ताल 30 दिसंबर से चल रही है. वर्तमान मे संघ अपनी मांगों को लेकर संयुक्त रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं.
रोजगार सहायकों की मांग:
- ग्रेड पे निर्धारित कर रोजगार सहायकों को नियमित किया जाए.
- ग्राम रोजगार सहायकों की सचिव पद पर वरिष्ठता के आधार पर सीधी भर्ती की जाए.
- ग्राम रोजगार सहायकों को सहायक सचिव घोषित किया जाए.