नारायणपुर: जिले के बाकुलवाही स्थित प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र में किसानों ने जमकर हंगामा किया है. किसान तालाबंदी और समय पर खाद नहीं बांटने से परेशान है. सोमवार को 9-10 किलोमीटर दूर से खाद लेने पहुंचे किसान सुबह 8 बजे से किसान समृद्धि केंद्र खुलने का इंतजार करते रहे. शाम तक जब कोई अधिकारी कर्मचारी नहीं पहुंचा, तो किसानों ने जमकर हंगामा कर दिया.
किसान क्यों कर रहे हैं हंगामा?: जिला सहकारी समिति के अंतर्गत आने वाले गांवों में प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र खोला गया है. इस केंद्र पर किसानों को उर्वरक खाद, पोषक तत्व, जैविक उर्वरक और कीटनाशक उपलब्ध किया जाना है. लेकिन किसानों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है. बाकुलवाही के समृद्धि केंद्र में यूरिया खाद का भंडारण किया गया है. लेकिन समय पर खाद नहीं मिलने से फसलों की पैदावार प्रभावित होने का डर किसानों को सता रहा हैं. नियमित केंद्र के नहीं खुलने से किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
"समय पर खाद नहीं देना शासन की गलती है. वही कर्ज वसूली का नोटिस सितंबर माह में भेज देंगे. समय पर खाद नहीं देंगे, तो खेती किसानी में प्रभाव पड़ेगा. फसल की पैदावार कम होने से हमें आर्थिक नुकसान होगा. जिससे हम अपनी कर्ज चुकाने में असमर्थ होंगे." - वीरेंद्र कुमार कुंजाम, किसान
समय पर खाद वितरण की रखी मांग: 10 किलोमीटर दूर से यूरिया खाद लेने पहुंचे किसान सगनू राम ने बताया, "सुबह से ऑफिस बंद है. कर्मचारी के पास कॉल कर देख रहे हैं, तो मोबाइल बंद बता रहा है. हम क्या कर सकते हैं. वेट करके देख लिए, दोपहर 3 बजे डिस्पेच नंबर आयेगा बोले थे. 3 बजने के बाद भी सेंटर नहीं खोला गया. हमारी मांग है कि सही टाइम में किसान को खाद बांटे और जहां लेम्पस या गोदाम है, वहां तक खाद पहुंचाने का समाधान रखें."
पोस मशीन में स्टॉक मिलने पर होगा वितरण: खाद्य विपणन अधिकारी लोकेश देवांगन ने पोस मशीन का हवाला देते हुए दो दिनों के भीतर खाद वितरण करने की बात कही है. उन्होंने बताया, बाकुलवाही में कंपनी से यूरिया का भंडारण किया गया है. किसानों को खाद का विरण पोस में किया जाएगा. पोस मशीन में स्टॉक डालने से पहले कुछ बैंक की कार्रवाई करनी होती है. जैसे सॉफ्टवेयर में डीडीआर होता है. उसके बाद समिति के पोस में डाला जाता है. सभी के पोस मशीन में स्टॉक जाने के बाद किसानों को खाद बांटा जाएगा.
"अभी डीडीआर और बैंक की कार्रवाई बीच में फंसी हुई है. जहां-जहां खाद भेजा गया है, सब सूचना कर दिए हैं. आज दोपहर तक सभी के पोस मशीन में स्टॉक चला जाएगा और जो खाद भंडारित है, उसे सभी किसान भाइयों को एक से दो दिन में वितरित किया जाएगा." - लोकेश देवांगन, खाद्य विपणन अधिकारी
धान की फसल खेतों में खड़ी हो गई है. ऐसे में अगर सही समय पर खाद नहीं मिला, तो पैदावार प्रभावित होगी. जिसका सीधा असर किसानों की आमदनी पर पड़ेगा. जिससे किसानों को कर्ज चुकाने और परिवार का पेट पालने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.