नारायणपुर: चैत्र नवरात्र शुरू होने के बाद नारायणपुर में पहले शनिवार को माता मेले का शुभारंभ किया जाता है. इस माता मेला में अबूझमाड़ सहित दुरस्थ अंचल के देवी-देवता शिरकत करते हैं. शनिवार को मेला स्थल की परिक्रमा पूरी कर पूजा-पाठ के बाद मेले का विधिवत शुभांरभ किया जाता है. कोरोना संक्रमण के कारण शासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए देव समिति के कुछ सदस्यों की उपस्थिति में परंपरा और रीति नीति को संपन्न किया गया.
बस्तर में नारायणपुर का माता मेला एक उत्सव है. जो स्थानीय आदिवासियों की परंपराओं और रीति-रिवाजों का प्रतीक है. आदिवासी प्रतिबद्धता के साथ देवी-देवताओं को श्रद्धांजलि देते हैं. एक सामाजिक और धार्मिक उत्सव होने के अलावा खुशी इस मेले का एक विशिष्ट हिस्सा है. चैत्र नवरात्र में लगने वाला माता मंडई मेला अपनी एक विशिष्ट पहचान रखता है. पिछले साल भी कोरोना संक्रमण के कारण मेला नहीं लग पाया था.
![Narayanpur mata mela postponed](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-npr-02-corana-mata-mela-cgc10106_17042021191153_1704f_1618666913_682.jpg)
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17 अप्रैल को भी माता मेला लगना था लेकिन बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते देव समिति ने इस मेले को स्थगित करने का फैसला लिया है, देव समिति ने केवल दैविक कार्यों का संपादन कर परंपरा का निर्वहन किया. श्रद्धालुओं पर मां शीतला का आशीर्वाद बना रहे यही कामना करते हुए देव समिति ने पूजा-पाठ को विधि-विधान से सम्पन्न करवाया.देव समिति के सदस्यों ने बताया गया कि सीमित संख्या में लोग शीतला माता मंदिर पहुंचे थे. कोविड नियमों का पालन किया जा रहा है.