नारायणपुर: एएसपी हेमसागर सिदार (ASP Hemsagar Sidar ) ने बताया "2 जनवरी को नारायणपुर पुलिस पर आदिवासियों ने हमला कर दिया. जिसके संबंध में नारायणपुर थाने में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की गई थी. मामले में पहले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. कुछ अन्य आरोपियों की भी जानकारी मिली थी. फरार आरोपियों के मामले में कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को 6 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों के नाम निरंजन करंगा, रमेश पोटाई, सुकमन नेताम, लहरू राम, मंगउ राम कावड़े, राजु राम दुग्गा है. गिरफ्तार कर उन्हें न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेजा दिया गया है. "Conversion controversy chhattisgarh
सिदार ने मीडिया से चर्चा में आगे बताया " मामले में कुछ और आरोपियों की संलिप्तता की जानकारी मिली है. जिनकी तलाश की जा रही है. उनपर भी वैधानिक कार्यवाही की जाएगी. सुकमन नेताम मुख्य आरोपी है. अब तक 11 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. घटनाक्रम में अभियान चलाकर जल्द से जल्द बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा."
Conversion case in Bastar : क्यों आदिवासी और ईसाई मिशनरी के बीच है लड़ाई
एक जनवरी को जनजाति समाज ने की थी बैठक: रविवार 1 जनवरी को एड़का थाने के गोर्रा गांव में धर्मांतरण और अवैध चर्च को लेकर जनजाति समाज की बैठक Uproar over conversion in Narayanpur चल रही थी. इस बैठक के दौरान आदिवासी समाज और इसाई समाज के लोगों के बीच आपसी विवाद हो गया. जिसके बाद आदिवासी समाज के लोगों ने थाने का घेराव कर दिया. घटना में थाना एड़का में केस दर्ज कर जांच शुरू की गई. 3 जनवरी को मामले में 3 आरोपियों जयसिंह कावड़े, रजलाल कावड़े, जैलू कोर्राम को गिरफ्तार किया गया था. घटना के दौरान एड़का पुलिस मामले को शांत कराने गई तो उनपर पथराव कर दिया गया. मामले में एड़का में धारा 147, 148, 332, 186, 353 के तहत केस दर्ज किया गया. 4 और 5 जनवरी को 3 आरोपी राजू राम दुग्गा, बजारु राम पोटाई, रघुराम साहू को गिरफ्तार किया गया.
2 जनवरी को नारायणपुर पुलिस पर हमला: इधर 2 जनवरी को नारायणपुर में एक समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ की गई. इसे रोकने के लिए गई पुलिस पार्टी पर आदिवासियों ने हमला कर दिया. इस हमले में नारायणपुर एसपी के सिर में गंभीर चोट आई. एसपी सदानंद कुमार के सिर पर टांके भी लगाए गए हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बस्तर आईजी सुंदरराज पी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. हालात खराब ना हो इसके लिए 3 जनवरी को नारायणपुर के चप्पे चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है.
आदिवासी समाज की 5 मांगें:सर्व समाज के पदाधिकारियों ने बताया कि धर्मान्तरित ईसाइयों की तरफ से आदिवासी समाज प्रमुखों पर प्राणघातक हमला किया जा रहा है. पिछले कुछ वर्षों से धर्मांतरण के कारण क्षेत्र में अशांति का वातावरण बन रहा है. हम आदिवासी समाज के लोग शासन-प्रशासन से 5 बिंदु पर जानकारी एवं निराकरण की मांग करते है.
- 1- जिला नारायणपुर में चर्च द्वारा संचालित किस-किस संस्थानों के कौन-कौन सी गतिविधियां संचालित है.
- 2 - जिले में आज तक कितने आदिवासी लोगों का धर्मांतरण हुआ है.
- 3 - जिले में कितने गांव में चर्च में प्रार्थना सभा संचालित है और इसके प्रमुख कौन-कौन है सूची उपलब्ध कराए.
- 4 - जिले में ऐसे कितने लोग हैं जो बाहर से आकर पांचवी अनुसूची क्षेत्र नारायणपुर जिला में सेवा के नाम पर धर्मांतरण कर रहे हैं उसकी सूची उपलब्ध कराएं.
- 5 - ईसाई धर्मान्तरित लोग मारपीट की घटना में शामिल, ऐसे लोगों पर हो कड़ी कार्रवाई