नारायणपुर: धर्मांतरण विवाद मामले में नारायणपुर और कोंडागांव जिले से आदिवासी पक्ष के करीब 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसमें आज 5 लोगों की रिहाई हुई है. इसके पूर्व 28 अप्रैल को 13 लोगो के साथ आदिवासी पक्ष से अब तक 18 लोगों की रिहाई हो चुकी है. उप जेल नारायणपुर के बाहर भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप और परिजनों ने रुपसाय सलाम और अन्य लोगों का स्वागत किया. रिहाई पर खुशी जताई.
भाजपा प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने कहा "रुपसाय सलाम ने आदिवासी समाज को बचाने के लिए धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठाई है. 2 जनवरी की घटना में आरोपी बनाना दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रदेश में धर्मांतरण हो रहा है, उसकी जानकारी सरकार और जिला प्रशासन को नहीं होना दुर्भाग्य जनक है. आदिवासी संस्कृति और परंपरा को समाप्त करने की साजिश रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. पूरी खुशी तब होंगी जब हमारे पूरे लोग जेल से रिहा होंगे."
रुपसाय सलाम की रिहाई पर भावुक हुई पत्नी: रूपसाय सलाम की जेल से रिहाई की खबर पूरे नारायणपुर में चर्चा का विषय बनी हुई है. इसी बीच जब जेल से रिहा होकर भाजपा जिलाध्यक्ष सहित अन्य 5 लोग भाजपा कार्यालय पहुंचे. तो रूपसाय सलाम की पत्नी भावुक हुई और माला पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया. वहीं रूपसाय सलाम ने अपनी पत्नी को भी माला पहनाया और आदिवासी संस्कृति को बचाने के लिए लड़ने की बात कही.
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भाजपा कार्यालय में रूपसाय सलाम ने मत्था टेका: 4 महीने जेल में रहने के बाद आज रूपसाय सलाम पहली बार भाजपा जिला कार्यालय नारायणपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले भाजपा कार्यालय के द्वार का मत्था टेक प्रवेश किया.