ETV Bharat / state

नारायणपुर जिला अस्पताल ने महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर जिंदा युवक को बताया मृत

नारायणपुर जिला अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. मृत महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर एक युवक को मृत घोषित कर दिया गया. परिजन शव घर ले गए, तो पता चला कि सांसें चल रही हैं. हालांकि जब युवक को दोबारा अस्पताल ले जाया गया, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.

Negligence of narayanpur district hospital
नारायणपुर जिला अस्पताल की लापरवाही
author img

By

Published : May 17, 2021, 4:27 PM IST

Updated : May 17, 2021, 6:16 PM IST

नारायणपुर: जिला अस्पताल लगातार अपने कारनामों के चलते सुर्खियों में रहता है. शनिवार की घटना ने जिला अस्पताल प्रबंधन की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया. अस्पताल प्रबंधन ने एक जीवित युवक को मृत घोषित कर दिया. किसी मृत महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर युवक को मृत बता दिया गया था.

महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर जिंदा युवक को बताया मृत

डूमरतरई के रहने वाले युवक के पिता पूजमन पात्र ने बताया उनके बेटे को रविवार की सुबह उल्टी, दस्त और पेट दर्द की समस्या हो रही थी. संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मदद से उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया.अस्पताल में नाम पता लिखकर उसे ईसीजी कराने ले गए. जिसके बाद ईसीजी की रिपोर्ट देखकर वहां मौजूद डॉक्टर और नर्सों ने कहा कि आपके बेटे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया है.

श्मशान में खाक होने के लिए मरने के बाद भी अस्पतालों के चक्कर काटती रही गर्भवती

घर में पता चला जिंदा है युवक

युवक के पिता ने बताया कि उनके बेटे को मृत घोषित कर उन्हें ईसीजी रिपोर्ट दे दी गई. गमगीन अवस्था में संजीवनी के माध्यम से उसे वापस घर लाया गया. घर में मातम का माहौल था. तभी अचानक युवक की सांस चलने लगी. परिजनों के होश उड़ गए. अचानक युवक ने चेहरा हिलाया और उसे पसीना आने लगा. उसकी धड़कने भी चलने लगी. युवक की बुआ रामकृष्ण मिशन कुंदला अस्पताल में काउंसलर के पद पर पदस्थ है. उन्होंने भी आकर देखा और बताया कि युवक जिंदा है.

अस्पताल में मचा हड़कंप

युवक के मामा ने बताया कि उसने दो घूंट पानी पिया, जिसके बाद उसे तत्काल संजीवनी 108 के माध्यम से जिला अस्पताल ले गए. युवक जीवित होने की खबर सुनकर अस्पताल में हड़कंप मच गया. युवक की जांच की गई, लेकिन कुछ देर बाद उसे फिर मृत घोषित कर दिया गया. आखिरकार इलाज के अभाव में युवक की मृत्यु हो गई.

अस्पताल की लापरवाही से बीबीए छात्र की मौत, नहीं रुक रहे मां के आंसू

मृत महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर युवक को बताया मृत

पूरे केस में नारायणपुर अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही तब उजागर हुई जब ईसीजी रिपोर्ट किसी महिला की निकली. जिस रिपोर्ट को देखकर युवक को मृत घोषित किया गया था, वह ईसीजी रिपोर्ट किसी महिला की थी. जानकारी मिली कि ईसीजी मशीन 2 दिन से खराब है. महिला की ईसीजी रिपोर्ट मशीन में पहले से ही फंसी हुई थी.अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से युवक की जान चली गई.

डॉक्टर्स ने दी सफाई

सिविल सर्जन डॉक्टर एमके सूर्यवंशी ने बताया कि जिला अस्पताल नारायणपुर में रविवार की सुबह 8 बजे युवक को लाया गया था. जब चिकित्सकों ने जांच की तो वह मृत पाया गया. ईसीजी पहले से प्रिंट था और नाम नहीं लिखा हुआ था. जो रिपोर्ट युवक के परिजनों ने दी उसके आधार पर जांच की गई थी.

नारायणपुर: जिला अस्पताल लगातार अपने कारनामों के चलते सुर्खियों में रहता है. शनिवार की घटना ने जिला अस्पताल प्रबंधन की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर दिया. अस्पताल प्रबंधन ने एक जीवित युवक को मृत घोषित कर दिया. किसी मृत महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर युवक को मृत बता दिया गया था.

महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर जिंदा युवक को बताया मृत

डूमरतरई के रहने वाले युवक के पिता पूजमन पात्र ने बताया उनके बेटे को रविवार की सुबह उल्टी, दस्त और पेट दर्द की समस्या हो रही थी. संजीवनी एक्सप्रेस 108 की मदद से उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया.अस्पताल में नाम पता लिखकर उसे ईसीजी कराने ले गए. जिसके बाद ईसीजी की रिपोर्ट देखकर वहां मौजूद डॉक्टर और नर्सों ने कहा कि आपके बेटे ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया है.

श्मशान में खाक होने के लिए मरने के बाद भी अस्पतालों के चक्कर काटती रही गर्भवती

घर में पता चला जिंदा है युवक

युवक के पिता ने बताया कि उनके बेटे को मृत घोषित कर उन्हें ईसीजी रिपोर्ट दे दी गई. गमगीन अवस्था में संजीवनी के माध्यम से उसे वापस घर लाया गया. घर में मातम का माहौल था. तभी अचानक युवक की सांस चलने लगी. परिजनों के होश उड़ गए. अचानक युवक ने चेहरा हिलाया और उसे पसीना आने लगा. उसकी धड़कने भी चलने लगी. युवक की बुआ रामकृष्ण मिशन कुंदला अस्पताल में काउंसलर के पद पर पदस्थ है. उन्होंने भी आकर देखा और बताया कि युवक जिंदा है.

अस्पताल में मचा हड़कंप

युवक के मामा ने बताया कि उसने दो घूंट पानी पिया, जिसके बाद उसे तत्काल संजीवनी 108 के माध्यम से जिला अस्पताल ले गए. युवक जीवित होने की खबर सुनकर अस्पताल में हड़कंप मच गया. युवक की जांच की गई, लेकिन कुछ देर बाद उसे फिर मृत घोषित कर दिया गया. आखिरकार इलाज के अभाव में युवक की मृत्यु हो गई.

अस्पताल की लापरवाही से बीबीए छात्र की मौत, नहीं रुक रहे मां के आंसू

मृत महिला की ईसीजी रिपोर्ट थमाकर युवक को बताया मृत

पूरे केस में नारायणपुर अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही तब उजागर हुई जब ईसीजी रिपोर्ट किसी महिला की निकली. जिस रिपोर्ट को देखकर युवक को मृत घोषित किया गया था, वह ईसीजी रिपोर्ट किसी महिला की थी. जानकारी मिली कि ईसीजी मशीन 2 दिन से खराब है. महिला की ईसीजी रिपोर्ट मशीन में पहले से ही फंसी हुई थी.अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से युवक की जान चली गई.

डॉक्टर्स ने दी सफाई

सिविल सर्जन डॉक्टर एमके सूर्यवंशी ने बताया कि जिला अस्पताल नारायणपुर में रविवार की सुबह 8 बजे युवक को लाया गया था. जब चिकित्सकों ने जांच की तो वह मृत पाया गया. ईसीजी पहले से प्रिंट था और नाम नहीं लिखा हुआ था. जो रिपोर्ट युवक के परिजनों ने दी उसके आधार पर जांच की गई थी.

Last Updated : May 17, 2021, 6:16 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.