नारायणपुर: अपनी मांगों को लेकर 50 किलोमीटर का सफर पैदल तय कर अबूझमाड़ के हजारों आदिवासी नारायणपुर जिला मुख्यालय पहुंचे. ग्रामीण राशन पानी और पारंपरिक हथियारों के साथ साप्ताहिक बाजार स्थल बखरूपारा पहुंचे हैं. जहां वे धरना प्रदर्शन करेंगे. आंदोलन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
जंगल से निकलकर शहर पहुंचे आदिवासी: जिले के अबूझमाड़ के माडोनार, ईरकभट्टी, तोयामेटा और ओरछा नदी पारा के हजारों आदिवासी पिछले 11 महीने से आंदोलन पर बैठे हैं. अब तक इनका आंदोलन जंगल में ही चल रहा था लेकिन अब वे बोरिया बिस्तर के साथ नारायणपुर जिला मुख्यालय पहुंच गए हैं. आदिवासियों को कहना है कि दूरस्थ क्षेत्रों में आंदोलन के चलते शासन प्रशासन इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रहा है इस वजह से अब वे मुख्यालय पहुंचे हैं.
इससे पहले कब पहुंचे थे जिला मुख्यालय: अबूझमाड़ के हजारों ग्रामीण इससे पहले 7 जून और 13 मई को जिला मुख्यालय पहुंचे थे. उस दौरान उन्होंने अपनी मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा और मांगों को जल्द से जल्द अमल में लाने की मांग की थी.
क्यों कर रहे हैं आंदोलन: अबूझमाड़ के आदिवासियों की तीन मांगे हैं. इन मांगों में नए पुलिस कैंप ना खोलने, पेसा कानून और वन संरक्षण अधिनियम 2022 में बदलाव शामिल है. जिसे लेकर वे सालभर से आंदोलन कर रहे हैं.