मुंगेली: लोरमी थाना क्षेत्र में एक बार फिर मानवता शर्मसार हुई है.जहां पर 3 साल की एक मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्ची को अज्ञात महिला ने नहर में फेंक (Woman throws three year old girl in canal) दिया. एक युवक ने अपनी जान जोखिम में डालकर बच्ची को बचा (youth saved her life) लिया है. जिसके बाद बाद ग्रामीणों द्वारा बच्ची को प्राथमिक उपचार के लिए लोरमी समुदायिक अस्पताल मे भर्ती कराया गया है. जहां उसका उपचार किया जा रहा है. लोरमी पुलिस के द्वारा उक्त अज्ञात महिला की खोजबीन की जा रही है.
आरोपी महिला को पुलिस तलाश रही: फिलहाल लोरमी पुलिस उक्त अज्ञात महिला की तलाश कर रही है. उस महिला के मिलने पर ही पता चलेगा कि आखिर इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे वजह क्या थी. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि "जब वो अपने खेत मे काम कर रहा था. तो एक महिला बच्ची को नहर मे फेंक कर भाग निकली. जिसे वो देख नहीं पाया. आनन फानन मे उसके द्वारा बच्ची को नहर से निकाल गया."
बच्ची का जारी है उपचार: बच्ची का उपचार कर रहे सरकारी अस्पताल के डॉक्टर प्रदीप कुमार जायसवाल ने बताया कि "बच्ची को अभी ऑक्सीजन मे रखा गया है. अभी उसकी स्थिति सामान्य है. लेकिन ऐसा लगता है कि बच्ची मानसिक रूप से विक्षिप्त है. लोरमी थाना प्रभारी प्रमोद डडसेना के द्वारा घटना की जानकारी चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को दी गयी. जिसके बाद कमेटी के सदस्य लोरमी अस्पताल पहुँचे. जहाँ बच्ची के उपचार के पश्चात लीगल प्रोसीजर कर बच्ची को सुरक्षित स्थान पर रखा जायेगा.
मानवता हुई शर्मसार: क्या बदलते दौर में ममता इतनी कमजोर हो गयी है. जो मानसिक रूप से विक्षिप्त बच्ची को मरता हुआ छोड़कर फरार हो गई. इन सबके बीच फिर ये कहावत चरितार्थ हो ही गई कि मारने वाले से बड़ा बचाने वाला होता है. बच्ची को नहर मे फेंक कर महिला तो फरार हो गई, लेकिन उसे बचाने के लिए एक युवक फरिश्ता बनकर वहां पहुंच गया.