ETV Bharat / state

VIDEO: महिलाओं संग SDM ने किया सुआ नाच

डिप्टी कलेक्टर रूचि शर्मा का सुआ नाच करते हुए एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसके बाद सोशल मीडिया पर लोग अधिकारी की जमकर सराहना कर रहे हैं.

सुआ डांस करते डिप्टी कलेक्टर रूचि शर्मा
author img

By

Published : Nov 12, 2019, 12:39 PM IST

Updated : Nov 12, 2019, 2:15 PM IST

मुंगेली: भूपेश बघेल की सरकार छत्तीसगढ़ी परंपरा को आगे बढ़ाने और उसके संरक्षण को लेकर लगातार प्रयास कर रही है. ऐसे में सरकार के अंदर काम करने वाले सरकारी अधिकारी भी भला कहां पीछे रहने वाले हैं. इन दिनों एक महिला अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इसमें महिला अधिकारी ग्रामीण महिलाओं के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ की पारंपरिक सुआ नृत्य करती हुई नजर आ रही हैं.

महिलाओं संग SDM ने किया सुआ नाच

डिप्टी कलेक्टर रैंक की ये महिला अधिकारी लोरमी में एसडीएम के पद पर पदस्थ रुचि शर्मा है. रुचि ने ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के साथ जमकर सुआ नाच किया है. एक महिला अधिकारी को अपने साथ सुआ नाच करते देख वहां के ग्रामीण भी बहुत खुश नजर आ रहे हैं. महिला अधिकारी द्वारा ग्रामीण महिलाओं के साथ किए गए सुआ नृत्य की हर तरफ प्रशंसा हो रही है. सोशल मीडिया पर लोग अधिकारी की जमकर सराहना कर रहे हैं.

इस मामले में लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा का कहना है कि उनके कार्यालय में कुछ ग्रामीण महिलाएं सुआ नृत्य करने आईं थी, जिन्हे देखकर उनका भी मन किया तो वो भी उनके साथ गाते हुए नृत्य करने लगी. रुचि कहती हैं कि सबको छत्तीसगढ़ प्रदेश की ऐसी परंपराओं और लोककला के संरक्षण के लिए हमेशा प्रयास करना चाहिए.

क्या है सुआ नृत्य
बता दें कि सुआ नृत्य छत्तीसगढ़ राज्य की स्त्रियों के द्वारा समूह में किया जाने वाला लोकनृत्य है. स्त्री मन की भावना, उनके सुख-दुख की अभिव्यक्ति 'सुवा नृत्य' या 'सुवना' में देखने को मिलता है. इस सुआ गीत को गाने के दौरान किसी तरह के वाद्ययंत्र का प्रयोग नहीं किया जाता है. ये नृत्य प्रदेश में दशहरा के बाद शुरू हो जाता है.

मुंगेली: भूपेश बघेल की सरकार छत्तीसगढ़ी परंपरा को आगे बढ़ाने और उसके संरक्षण को लेकर लगातार प्रयास कर रही है. ऐसे में सरकार के अंदर काम करने वाले सरकारी अधिकारी भी भला कहां पीछे रहने वाले हैं. इन दिनों एक महिला अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इसमें महिला अधिकारी ग्रामीण महिलाओं के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ की पारंपरिक सुआ नृत्य करती हुई नजर आ रही हैं.

महिलाओं संग SDM ने किया सुआ नाच

डिप्टी कलेक्टर रैंक की ये महिला अधिकारी लोरमी में एसडीएम के पद पर पदस्थ रुचि शर्मा है. रुचि ने ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के साथ जमकर सुआ नाच किया है. एक महिला अधिकारी को अपने साथ सुआ नाच करते देख वहां के ग्रामीण भी बहुत खुश नजर आ रहे हैं. महिला अधिकारी द्वारा ग्रामीण महिलाओं के साथ किए गए सुआ नृत्य की हर तरफ प्रशंसा हो रही है. सोशल मीडिया पर लोग अधिकारी की जमकर सराहना कर रहे हैं.

इस मामले में लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा का कहना है कि उनके कार्यालय में कुछ ग्रामीण महिलाएं सुआ नृत्य करने आईं थी, जिन्हे देखकर उनका भी मन किया तो वो भी उनके साथ गाते हुए नृत्य करने लगी. रुचि कहती हैं कि सबको छत्तीसगढ़ प्रदेश की ऐसी परंपराओं और लोककला के संरक्षण के लिए हमेशा प्रयास करना चाहिए.

क्या है सुआ नृत्य
बता दें कि सुआ नृत्य छत्तीसगढ़ राज्य की स्त्रियों के द्वारा समूह में किया जाने वाला लोकनृत्य है. स्त्री मन की भावना, उनके सुख-दुख की अभिव्यक्ति 'सुवा नृत्य' या 'सुवना' में देखने को मिलता है. इस सुआ गीत को गाने के दौरान किसी तरह के वाद्ययंत्र का प्रयोग नहीं किया जाता है. ये नृत्य प्रदेश में दशहरा के बाद शुरू हो जाता है.

Intro:मुंगेली: छत्तीसगढ़ प्रदेश अपनें अंदर अनेक परंपराओं को समेटे हुए है। मौजूदा भूपेश बघेल की सरकार भी छत्तीसगढ़ी परंपरा को आगे बढ़ानें और उसके संरक्षण को लेकर लगातार प्रयास कर रही है। ऐसे में सरकार के अंदर काम करनें वाले सरकारी अधिकारी भी भला कहां पीछे रहनें वाले हैं। ऐसे ही एक महिला अधिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होकर सुर्खियों में बना हुआ है। जिसमें महिला अधिकारी ग्रामीण महिलाओं के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ की पारंपरिक सुआ नृत्य करती हुई नजर आ रही है। Body:डिप्टी कलेक्टर रैंक की ये महिला अधिकारी लोरमी में एसडीएम के पद पर पदस्थ रूचि शर्मा है। जिनका सुआ नृत्य करता हुआ ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इसमें महिला डिप्टी कलेक्टर, लोरमी एसडीएम कार्यालय के परिसर में ग्रामीण महिलाओं के साथ जमकर सुआ नृत्य करती हुई नजर आ रही है। इस तरह से एक महिला अधिकारी को अपने साथ सुआ नृत्य करते देखकर ग्रामीण महिलाएं भी बेहद खुश नजर आ रही है। हम आपकों बता देंं कि सुआ नृत्य छत्तीसगढ़ राज्य की स्त्रियों के द्वारा किया जानें वाला एक ऐसा लोकनृत्य है। जो कि समूह में किया जाता है और इसमें स्त्री मन की भावना और उनके सुख-दुख की अभिव्यक्ति सुवा नृत्य या सुवना में देखनें को मिलती है। वृत्ताकार रुप में किया जानें वाला ये नृत्य एक लड़की जो सुग्गी कहलाती है धान से भरे टोकरी में मिट्टी का सुग्गा रखती है। जो भगवान शिव और पार्वती का प्रतीक माना जाता है। टोकरी में रखे हुए सुवे को हरे रंग के नए कपड़े और धान की मंजरियों से सजाया जाता है। सुग्गी को घेरकर स्त्रियां गीत गाते हुए ताली को बजाकर नृत्य करती है। इस सुआ गीत को गानें के दौरान किसी तरह के वाद्ययंत्र का प्रयोग नही किया जाता है।ये नृत्य प्रदेश में दशहरा के बाद शुरु हो जाता है।
वहीं महिला अधिकारी के द्वारा ग्रामीण महिलाओं के साथ किये गए सुआ नृत्य की हर तरफ प्रशंसा हो रही है।लोग सोशल मीडिया पर अधिकारी की जमकर सराहना कर रहे हैं।Conclusion:वहीं अपनें सुआ डांस के सोशल मीडिया पर वायरल होनें पर लोरमी एसडीएम रूचि शर्मा का कहना है कि उनके कार्यालय में कुछ ग्रामीण महिलाएं सुआ नृत्य करनें आयी थी। जिन्हे देखकर उनका भी मन किया तो वो भी उनके साथ गाते हुए नृत्य करनें लगी। रुचि कहती हैं कि सबको छत्तीसगढ़ प्रदेश की ऐसी परंपराओं और लोककला के संरक्षण के लिए हमेशा प्रयास करना चाहिए।

बाइट-1-रूचि शर्मा (एसडीएम लोरमी)

रिपोर्ट-शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : Nov 12, 2019, 2:15 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.