मुंगेली: मुंगेली जिला अस्पताल उस वक्त अखाड़े में तब्दील हो गया. जब यहां नवजात बच्चों की अदला बदली की बात सामने आई. अब यह केस जिले के कलेक्टर के पास पहुंचा है. जिस पर कलेक्टर ने संज्ञान लिया है. बच्चा बदलने की खबर से परिजनों में काफी गुस्सा दिखा. पुलिस ने किसी तरह दोनों परिवार के लोगों को शांत कराया.
ये है पूरा मामला: बीती देर रात जिला चिकित्सालय मुंगेली के प्रसूति वार्ड में दो महिलाओं को डिलिवरी के लिए भर्ती किया गया. देवरी निवासी संस्कृति बंजारा और ग्राम गोइन्द्रा निवासी सुनीता बाई को भर्ती कराया गया था . जिला चिकित्सालय के प्रभारी सिविल सर्जन ने बताया कि पहले सुनीता बाई को बेटा पैदा हुआ. जिसे हॉस्पिटल स्टाफ ने संस्कृति बंजारे के परिजनों को लेकर यह कहते हुए दिया कि बधाई हो आपके घर नए मेहमान बेटा आया है.
अस्पताल के स्टाफ पर गलत सूचना देने का आरोप: बेटा पैदा होने की खुशी में संस्कृति के पति किसन बंजारा सहित पूरे परिजन खुश हो गए. नवजात बच्चे को गोद मे लेकर वीडियो बनाया फोटो लिए और आपस में खुशी का इजहार करते रहे. कुछ देर बाद बच्चे को अंदर प्रसूति गृह में ले जाया गया और उसे सुनीता बाई की गोद मे बेटा पैदा होने की बात कहकर दे दिया गया. लगभग आधा घंटे बाद संस्कृति बंजारे की गर्भ से बेटी पैदा हुई. बाहर आकर हॉस्पिटल स्टाफ ने बताया कि संस्कृति को लड़की पैदा हुई है. सुनते ही परिजन बौखला गए. कुछ देर पहले वही स्टाफ वालों ने आकर लड़का होने की बात कहते हुए नवजात बच्चे को गोद में दिया था. अब कुछ देर बाद लड़की होने की बात कह रहे हैं. इस घटना के बाद पूरे मुंगेली में हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही की खबर फैल गई.
डॉक्टरों का क्या है कहना: सिविल सर्जन डॉक्टर एम के राय ने बताया कि "बच्चों के शरीर में लगे ब्लड का सैम्पल लेकर परीक्षण कराया गया. तथा उनके मां के ब्लड ग्रुप से मिलान कराया गया. तब जाकर मामला स्पष्ट हुआ. फिर भी परिजन मानने के लिए तैयार नहीं थे. काफी समझाने के बाद परिजन शांत हुए . लेकिन हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही से एक बड़ा बवाल हो गया था. अगर वक्त में पुलिस नही पहुचती तो मामला बिगड़ सकता था."
पुलिस भी मौके पर पहुंची: संस्कृति के परिजनों के हंगामा करने के बाद किसी ने पुलिस को इस घटना के बारे में बता दिया .पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया. पुलिस पूरे केस की जांच में जुट गई है.