मुंगेली\रायपुर: छत्तीसगढ़ में जेल ब्रेक की घटनाएं लगातार बढ़ने लगी है. शुक्रवार को मुंगेली उपजेल से बलात्कार के मामले का विचाराधीन कैदी जेल ब्रेक कर फरार (prisoner absconding Mungeli Jail ) हो गया. हैरानी की बात ये है कि कैदी दिन दहाड़े ही फरार हुआ है. जिससे जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. लोरमी थाना क्षेत्र का निवासखार निवासी राजेश उइके 4 महीनों से जेल में बंद था. आरोपी कैदी दुष्कर्म के मामले में सजा काट रहा था. मामले में केस दर्ज कर (case registered in city kotwali)पुलिस फरार कैदी की तलाश कर रही है.
लोरमी थाना क्षेत्र का निवासखार निवासी राजेश उइके 4 महीनों से जेल में बंद था. जो शुक्रवार को मुंगेली जेल से फरार हो गया. ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा प्रहरियों से इतनी बड़ी चूक कैसे हो गई यह जांच का विषय है. फरारी का पता चलते ही जेलर सहित पूरा स्टाफ पतासाजी में जुटा हुआ है. सिटी कोतवाली में केस दर्ज कर फरार कैदी की तलाश की जा रही है. ये बात सामने आ रही है कि सोलर फैंसिंग के अभाव में दीवार फांदकर कैदी भागने में सफल हुआ है.
3 साल में दूसरी घटना
मुंगेली में पिछले 3 साल में ये दूसरी घटना है जब कोई कैदी जेल से फरार हुआ है. 2019 में हुई एक ऐसी ही एक घटना में 4 बंदी जेल से भाग निकले थे. हालांकि उस वक्त तीन बंदी तो पकड़ लिए गए थे लेकिन चौथा आज तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. 2019 में हुई इतनी बड़ी वारदात के बाद भी जेल विभाग ने सुध नहीं ली और अब फिर इसी तरह की घटना हो गई.
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छत्तीसगढ़ में बड़ी जेल ब्रेक की घटनाएं
16 दिसंबर 2007 को देश का सबसे बड़ा जेल ब्रेक हुआ था, जिसमें 299 कैदी जेल से फरार हो गए थे, इनमें से 68 कैदी नक्सली थे. इस जेल ब्रेक का मास्टर माइंड 35 वर्षीय साकिन हल्लूर था, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया था.
7 मई 2021
महासमुंद जिला जेल से भी दीवार फांदकर 5 कैदी फरार हो गए थे. कैदियों ने फरारी के एक हफ्ते पहले योजना बनाई और गमछा, कंबल को ट्यूबलाइट की पट्टी से बांधकर सभी दीवार फांदकर फरार हो गए थे. कैदियों ने 21 फीट की दीवार फांदी थी. जिन्हें कुछ ही दिनों में गिरफ्तार कर लिया गया था.