मुंगेली: जिले के लोरमी इलाके में जंगल से लकड़ी तस्करी बदस्तूर जारी है. तस्कर गिरोह रोजाना लाखों रुपये की कीमती इमारती लकड़ियों की तस्करी कर रहे हैं. लगातार हो रही तस्करी से वन विभाग की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं.
मुंगेली वन मंडल के खुड़िया वनपरिक्षेत्र के जंगलों में इन दिनों इमारती लकड़ियों की अवैध कटाई बेखौफ की जा रही है. सोमवार को चचेड़ी बीट के कक्ष क्रमांक 493 में मनियारी नदी के रास्ते लकड़ी तस्कर लाखों रुपयों की सागौन लकड़ी के गट्ठे को बहाते हुए ला रहे थे. जिसकी सूचना मिलते ही वन समिति के सदस्यों ने मौके पर जाकर नदी में तैरते लाखों रुपयों के लकड़ी के गट्टे जब्त किए. वन समिति ने घटना की सूचना वन विभाग के उच्च अधिकारियों को दी.
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कर्मचारियों पर सांठगांठ का आरोप
जानकारी के मुताबिक खुड़िया वनपरिक्षेत्र के जंगलों में रोजाना लकड़ियों की अवैध कटाई धड़ल्ले से हो रही है. जिसको लेकर चचेड़ी वन समिति के सदस्यों ने नदी के रास्ते की जा रही लकड़ियों की तस्करी मामले में विभाग के डिप्टी रेंजर समेत अन्य कर्मचारियों पर सांठगांठ का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है.
अधिकारी-कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध
लोरमी उप वन मंडल में बीते कुछ महीनों से लगातार लकड़ियों के अवैध कटाई की शिकायतें सामने आ रहे हैं. इसमें लोरमी के खुड़िया रेंज में पदस्थ कुछ डिप्टी रेंजर्स और फॉरेस्ट गार्ड की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. इस मामले को लेकर वन समिति ने भी वन विभाग पर गंभीर आरोप लगाए हैं.