मुंगेली : ATR (अचानकमार टाइगर रिजर्व ) के वनग्राम मंजूरहा के आश्रित गांव बिसौनी में हाथियों ने धावा बोला. इस दौरान कच्चे मकान में सो रहे ग्रामीण भागने लगे. एक मकान में बैगा दंपती भी सो रहा था. हाथियों के आने की खबर सुनते ही बैगा परिवार का युवक और उसकी गर्भवती पत्नी जान बचाने के लिए घर से बाहर भागने लगे.इसी दौरान 25 वर्षीय महिला राजकुमारी बैगा का पांव साड़ी में फंस गया. जिससे वो जमीन पर गिरकर घायल हो गई. इसके बाद घायल गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाया गया.लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ Pregnant woman died trying to escape from elephant दिया. दो घायलों का लोरमी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है.
एटीआर प्रबंधन ने की तात्कालिक मदद : एटीआर के डिप्टी डायरेक्टर सत्यदेव शर्मा (ATR deputy director Satyadev Sharma) ने ईटीवी भारत को बताया कि "पीड़ित के परिजनों को तत्काल मुआवजा राशि के रूप में 25 हजार रुपए की आर्थिक मदद की गई है. घायलों का उपचार कराया जा रहा है. वहीं मृतक के परिवार को प्रकरण बनाकर आगे की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी.आपको बता दें कि इस क्षेत्र में ग्रामीण कई दिनों से हाथियों के कारण परेशान हैं. हाथी ना सिर्फ उनके घर उजाड़ रहे हैं बल्कि खेतों की फसल को भी बर्बाद करने में आमादा हैं. वहीं कई बार जनहानि की घटनाएं भी देखने को मिल रही है."
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दल में 5 हाथियों की मौजूदगी : घटना के बाद मृतका के पति दूजराम बैगा ने बताया कि '' 5 की संख्या में हाथियों का दल गांव में आया है. जिसकी सूचना उन्हें नहीं थी. अचानक अन्य लोगों के चिल्लाने की आवाज सुनकर गांव में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. साथ ही उसकी गर्भवती पत्नी भी जान बचाने के चक्कर में घायल हो गई थी.जिसकी मौत हो गई.इस घटना में गांव के ही दो अन्य लोगों को भी चोट आई है.'' इस घटना के बाद से ही इलाके में दहशत का माहौल है. वहीं एटीआर प्रबंधन का दावा है कि हाथियों पर निगरानी रखी जा रही है.ताकि जनहानि ना हो. Mungeli news