ETV Bharat / state

मुंगेली : खुले आसमान के नीचे रखा है धान, राज्य सरकार को 20 करोड़ का हो सकता है नुकसान

मुंगेली जिले के धान खरीदी केंद्रों में खुले आसमान के नीचे धान रखा गया है, जो बीते कई दिनों से हो रही बारिश में भीग रहा है. इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि, यदि ये धान खराब होता है, तो राज्य सरकार को सिर्फ मुंगेली जिले से 20 करोड़ का नुकसान होगा.

Paddy will damage due to rain in mungeli
धान खरीदी केंद्रों मे खुले आसमान के नीचे धान
author img

By

Published : Jul 1, 2020, 3:15 PM IST

मुंगेली : जिले में धान का उठाव नहीं होने के कारण करोड़ों का धान खराब होने की कगार पर आ पहुंचा है. दरअसल, बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है. वहीं धान खुले में रखे होने के कारण भीग रहा है. बावजूद इसके जिम्मेदार अफसर मुस्तैदी दिखाने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं.

Paddy can be damage due to rain in mungeli
खुले आसमान के नीचे रखा धान

एक तरफ मानसून ने पूरे प्रदेश में दस्तक दे दी है. दूसरी तरफ मुंगेली जिले के खरीदी केंद्रों में 4 महीने बीत जाने के बावजूद धान का उठाव नहीं हो सका है. लिहाजा बारिश और रख-रखाव के अभाव के कारण करोड़ों रुपये के धान खराब होने की कगार पर आ पहुंचे हैं.

एक नजर आकड़ों पर

  • जिले में इस साल 1 दिसंबर से 20 फरवरी तक 89 धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी की गई.
  • 93 हजार 337 पंजीकृत किसानों में से 70 हजार 73 किसानों से, 31 लाख 95 हजार 747 क्विंटल धान की खरीदी की गई.
  • इन सभी धान खरीदी केंद्रों से 72 घंटों के अंदर प्रतिदिन खरीदे गए धान को उठाने का अनुबंध मार्कफेड से खरीदी केंद्र प्रभारियों के की ओर से किया गया.
  • इस साल धान खरीदी बंद होने के चार महीने बाद भी इन धान खरीदी केंद्रों में लगभग 68 हजार क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है.
  • लगातार हो रही बरसात में करोड़ों का धान बर्बाद हो रहा है.
    Paddy can be damage due to rain in mungeli
    बारिश में भीग रहा धान


    कोरोना का बना रहे बहाना
    अधिकारी और कर्मचारी कोरोना के कारण लॉकडाउन का बहाना बना रहे हैं, जबकि लॉकडाउन में भी धान के उठाव को फ्री रखा गया था. इसके बावजूद धान का उठाव नहीं किया गया. इससे प्रदेश सरकार को अकेले मुंगेली जिला में लगभग 20 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है.

मुंगेली : जिले में धान का उठाव नहीं होने के कारण करोड़ों का धान खराब होने की कगार पर आ पहुंचा है. दरअसल, बीते कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है. वहीं धान खुले में रखे होने के कारण भीग रहा है. बावजूद इसके जिम्मेदार अफसर मुस्तैदी दिखाने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं.

Paddy can be damage due to rain in mungeli
खुले आसमान के नीचे रखा धान

एक तरफ मानसून ने पूरे प्रदेश में दस्तक दे दी है. दूसरी तरफ मुंगेली जिले के खरीदी केंद्रों में 4 महीने बीत जाने के बावजूद धान का उठाव नहीं हो सका है. लिहाजा बारिश और रख-रखाव के अभाव के कारण करोड़ों रुपये के धान खराब होने की कगार पर आ पहुंचे हैं.

एक नजर आकड़ों पर

  • जिले में इस साल 1 दिसंबर से 20 फरवरी तक 89 धान खरीदी केंद्रों में धान की खरीदी की गई.
  • 93 हजार 337 पंजीकृत किसानों में से 70 हजार 73 किसानों से, 31 लाख 95 हजार 747 क्विंटल धान की खरीदी की गई.
  • इन सभी धान खरीदी केंद्रों से 72 घंटों के अंदर प्रतिदिन खरीदे गए धान को उठाने का अनुबंध मार्कफेड से खरीदी केंद्र प्रभारियों के की ओर से किया गया.
  • इस साल धान खरीदी बंद होने के चार महीने बाद भी इन धान खरीदी केंद्रों में लगभग 68 हजार क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे रखा हुआ है.
  • लगातार हो रही बरसात में करोड़ों का धान बर्बाद हो रहा है.
    Paddy can be damage due to rain in mungeli
    बारिश में भीग रहा धान


    कोरोना का बना रहे बहाना
    अधिकारी और कर्मचारी कोरोना के कारण लॉकडाउन का बहाना बना रहे हैं, जबकि लॉकडाउन में भी धान के उठाव को फ्री रखा गया था. इसके बावजूद धान का उठाव नहीं किया गया. इससे प्रदेश सरकार को अकेले मुंगेली जिला में लगभग 20 करोड़ का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.