मुंगेली : लोरमी में हुए सरकारी डॉक्टर से मारपीट के मामले में नया मोड़ आ गया (New twist in Mungeli doctor assault case) है.ड्यूटी डॉक्टर के खिलाफ सर्व आदिवासी समाज भी मामला दर्ज करने की मांग कर रहा है. इसी को लेकर मंगलवार को सर्वआदिवासी समाज भारी संख्या में लोरमी थाना पहुंचकर की कार्रवाई की मांग की है.
आदिवासी की क्या है मांग : नाराज आदिवासी समाज (All tribal society displeasure in Lormi) के लोगों का कहना है कि '' अस्पताल में इलाज के लिए उनके समाज की युवक और युवतियां पहुंचे थे. इस दौरान ड्यूटी में तैनात डॉक्टर दिनेश साहू ने जातिगल गाली गलौज की है. जिसके कारण मारपीट की घटना घटित हुई .इस मामले में डॉक्टर की रिपोर्ट पर 4 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया गया है. लेकिन समाज की युवतियों और युवकों के साथ हुई घटना की रिपोर्ट लोरमी थाना पुलिस ने दर्ज नहीं की है." आदिवासी समाज डॉक्टर दिनेश साहू के खिलाफ एट्रोसिटी के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई की मांग कर रहा है.
बड़े आंदोलन की तैयारी : वहीं लोरमी थाना पुलिस के रिपोर्ट दर्ज नही करने पर समाज के लोग आंदोलन की बात कह रहे हैं. सर्व आदिवासी समाज के लोरमी ब्लाक अध्यक्ष अजीत कुमार केराम ने कहा कि ''यदि लोरमी थाना पुलिस उनकी सुनवाई नहीं करेगी तो समाज उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी.''
पुलिस ने बनाई मीडिया से दूरी: वहीं पूरे मामले पर लोरमी थाना पुलिस (Lormi Thana Police ) ने मीडिया से दूरी बना ली है. इस मामले पर जब लोरमी थाना प्रभारी की प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने मीडिया से बात करने से इंकार कर दिया है.
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क्यों आदिवासी हैं खफा : गौरतलब है कि बीते 17 जून की रात को खुजली की बीमारी का इलाज कराने सामुदायिक स्वास्थय केंद्र गई युवती के परिजनों का ड्यूटी डॉक्टर दिनेश साहू के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. जिसके बाद युवती के परिजनों नें ड़्यूटी डाक्टर की जमकर पिटाई कर दी (Doctor assaulted in Lormi) थी. मारपीट का ये वीडियो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था. इसके बाद दूसरे दिन अस्पताल के स्टाफ ने ओपीडी सेवा बंद कर मारपीट करने वाले युवकों के खिलाफ लोरमी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसके बाद 4 लोगों के खिलाफ रिपोर्ज दर्ज कर जेल भेज दिया गया था. वहीं इस मामले में दूसरा पक्ष भी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है.