मुंगेली: सैनिकों और भूतपूर्ण सैनिकों ने लोरमी एसडीएम रुचि शर्मा पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है. कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन को सफल बनाने और संकटकाल में प्रशासन के सहयोग के लिए छुट्टी पर आए सैनिकों और भूतपूर्व सैनिकों नें एसडीएम के अनुरोध पर वालंटियर बनकर व्यवस्था बनानें का जिम्मा उठाया था.
लोरमी एसडीएम के कार्यप्रणाली से नाराज होकर सैनिकों और भूतपूर्व सैनिकों ने एक साथ इस काम से हाथ पीछे खीच लिया है. लॉकडाउन के दौरान जमा हो रही भीड़ को काबू करनें के लिए 16 सैनिकों और पूर्व सैनिकों को कोरोना योद्धा बनाकर इनकी सेवा ली जा रही थी.
क्या है मामला
सैनिकों का आरोप है कि उनके सहयोगी संजय गुप्ता दिनभर ड्यूटी के बाद शाम को अपने घर दूध लेकर लौट रहे थे. इस दौरान रानीगांव चेकपोस्ट के पास लोरमी एसडीएम रूचि शर्मा नें वालंटियर संजय गुप्ता की गाड़ी रोककर बाहर निकलनें का कारण पूछा. संजय गुप्ता नें एसडीएम के जारी आईकार्ड को दिखाते हुए ड्यूटी से वापस घर लौटनें की जानकारी दी गई. लेकिन एसडीएम ने इसे मानने से इंकार कर दिया. साथ ही संजय गुप्ता के वाहन की चाबी ले ली गई.
SDM से जताई नाराजगी
घटना से आहत होकर पीड़ित सैनिक ने मामले की जानकारी अपने साथी फौजियों को दी. जिसके बाद सभी ने एसडीएम जारी किए गए आईडी कार्ड वापस करते हुए ड्यूटी नहीं कर पाने की बात कही है. साथ ही एसडीएम के व्यवहार को लेकर उन्हे ज्ञापन सौंपकर नाराजगी भी प्रकट की है.