मुंगेली: राजस्थान में बंधक बनाई गई महिला को पुलिस ने तस्करों से चंदुल से रिहा कराने के बाद परिजन को सौंप दिया है. ईटीवी भारत ने खबर को प्रमुखता से उठाया था.
पांच मार्च को लापता हुई थी महिला
लोरमी के तुलसाघाट इलाके में रहने वाली महिला 5 मार्च को काम पर जाने की बात कहकर घर से निकली थी, जिसके बाद वो वापस नहीं लौटी. महिला के घर नहीं लौटने पर उसके घरवालों ने काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं लगा.
भाई को फोन कर बताई थी आपबीती
इस बीच 22 मार्च को अचानक महिला ने अपने छोटे भाई को फोन कर खुद के बंधक बनाए जाने की जानकारी दी. महिला ने अपने भाई को फोन पर बताया कि 'उसे बिलासपुर के उसलापुर में रहने वाली सीमा तिवारी, उसके पति देवी सिंह और उनके साथी संदीप नाम के लोगों ने राजस्थान के रहने वाले पप्पू जाटव को डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया था.
तस्करों ने बदल दिया था नाम
पप्पू जाटव महिला को राजस्थान के करौली जिले के कसारा गांव में अपने घर में बंधक बनाकर रखा था. बता दें कि पप्पू ने महिला का नाम तक बदलकर अंजलि रख दिया था. मामले की जानकारी लगने पर पीड़ित परिवार ने इसकी शिकायत लोरमी थाना पुलिस से की थी.
राजस्थान रवाना हुई पुलिस टीम
मामले की गंभीरता को देखते हुए लोरमी टीआई कविता ध्रुव ने अपनी जांच शुरू की, इसी दौरान मुंगेली एसपी ने राजस्थान पुलिस से संपर्क कर उन्हें घटना की जानकारी दी. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस की एक टीम को राजस्थान रवाना किया.
टीम में ये लोग थे शामिल
पुलिस की टीम में सखी वनस्टाप सेंटर की केंद्र प्रशासक सुनीता बाघवानी, लेबर ऑफिसर जीआर आर्मो, रक्षित केंद्र टीआई कोसले, रक्षा टीम आरक्षक कृष्णा ध्रुव और प्रेमिलता कुजूर शामिल थे. टीम ने राजस्थान पुलिस की मदद से महिला को सुरक्षित रिहा कराने में सफलता पाई.
जेल में है महिला तस्कर
आरोपी महिला तस्कर सीमा तिवारी को लोरमी पुलिस की ओर से पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. बाकी तीनों आरोपी फरार हैं, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.