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मुंगेली: ETV BHARAT की खबर के बाद टूटे डैम के मरम्मत का काम शुरू - maniyari river

मुंगेली में ETV भारत की खबर का असर हुआ है. राजीव गांधी जलाशय के क्षतिग्रस्त हिस्से का मरम्मत का काम शुरू हो गया है. ETV BHARAT पर खबर दिखाए जाने के बाद प्रशासन ने डैम मरम्मत का काम शुरू करवा दिया है.

मरम्मत का काम शुरू
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Published : Sep 28, 2019, 1:57 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 2:47 PM IST

मुंगेली: ETV भारत की खबर का असर हुआ है. राजीव गांधी जलाशय के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत का काम शुरू हो गया है. ETV BHARAT पर खबर दिखाए जाने के बाद प्रशासन ने डैम मरम्मत का काम शुरू करवा दिया है. दरअसल, बांध के मुख्य गेट पर नहर लाइनिंग का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसे ईटीवी भारत के प्रमुखता से दिखाने के बाद प्रशासन हरकत में आया और डैम के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत का काम शुरू करा दिया गया है.

ETV भारत की खबर का असर

मामला जिले के सबसे बड़े बांध राजीव गांधी जलाशय से जुड़ा है. लोरमी के राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया बांध) के गेट के पास नहर का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. मुख्य गेट के पास नहर की दीवार और फ्लोर का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से जलाशय को नुकसान होने का खतरा था.

शुरू हुआ मरम्मत का काम
सिंचाई विभाग ने बांध के गेट को बंद कर दिया था. जिसकी खबर ETV BHARAT पर प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और अब डैम के गेट के पास मरम्मत का काम शुरू करा गया दिया है.

निर्माण के दो साल के अंदर ही हुआ क्षतिग्रस्त
गौरतलब है कि जिस जगह पर गेट के पास नहर का बड़ा हिस्सा डैमेज हुआ है, इसका निर्माण दो साल पहले ही लगभग 3 करोड़ की लागत से कराया गया था, लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते घटिया निर्माण से करोड़ों का निर्माण कार्य महज दो वर्षों के भीतर ही क्षतिग्रस्त हो गया.

उफान पर है मनियारी नदी
इलाके में हो रही भारी बारिश के चलते राजीव गांधी जलाशय पूरी तरह भरा हुआ है. ऐसे में बांध के गेट के बंद होने से पानी वेस्ट वेयर के जरिये मनियारी नदी में प्रवाहित किया जा रहा है.

मुंगेली: ETV भारत की खबर का असर हुआ है. राजीव गांधी जलाशय के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत का काम शुरू हो गया है. ETV BHARAT पर खबर दिखाए जाने के बाद प्रशासन ने डैम मरम्मत का काम शुरू करवा दिया है. दरअसल, बांध के मुख्य गेट पर नहर लाइनिंग का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. जिसे ईटीवी भारत के प्रमुखता से दिखाने के बाद प्रशासन हरकत में आया और डैम के क्षतिग्रस्त हिस्से की मरम्मत का काम शुरू करा दिया गया है.

ETV भारत की खबर का असर

मामला जिले के सबसे बड़े बांध राजीव गांधी जलाशय से जुड़ा है. लोरमी के राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया बांध) के गेट के पास नहर का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था. मुख्य गेट के पास नहर की दीवार और फ्लोर का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त होने से जलाशय को नुकसान होने का खतरा था.

शुरू हुआ मरम्मत का काम
सिंचाई विभाग ने बांध के गेट को बंद कर दिया था. जिसकी खबर ETV BHARAT पर प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और अब डैम के गेट के पास मरम्मत का काम शुरू करा गया दिया है.

निर्माण के दो साल के अंदर ही हुआ क्षतिग्रस्त
गौरतलब है कि जिस जगह पर गेट के पास नहर का बड़ा हिस्सा डैमेज हुआ है, इसका निर्माण दो साल पहले ही लगभग 3 करोड़ की लागत से कराया गया था, लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते घटिया निर्माण से करोड़ों का निर्माण कार्य महज दो वर्षों के भीतर ही क्षतिग्रस्त हो गया.

उफान पर है मनियारी नदी
इलाके में हो रही भारी बारिश के चलते राजीव गांधी जलाशय पूरी तरह भरा हुआ है. ऐसे में बांध के गेट के बंद होने से पानी वेस्ट वेयर के जरिये मनियारी नदी में प्रवाहित किया जा रहा है.

Intro:मुंगेली- ETV BHARAT की ख़बर ने जिले में बड़ा असर दिखाया है।मामला जिले के सबसे बड़े राजीवगांधी जलाशय की सुरक्षा से जुड़ा था।बांध के मुख्य गेट पर नहर लाइनिंग का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।जिससे डेम की सुरक्षा पर खतरा मंडराने लगा था।मामले की ख़बर दिखाये जाने के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और डेम के क्षतिग्रस्त हिस्से के मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।Body:लोरमी इलाकें में ETV BHARAT की खबर का बड़ा असर देखनें को मिला है। मामला जिले के सबसे बड़े बांध राजीव गांधी जलाशय से जुड़ा है। लोरमी के राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया बांध) के गेट के पास नहर का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। मुख्य गेट के पास नहर का दीवार और फ्लोर का बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त होनें से जलाशय को नुकसान होनें का खतरा मंडरानें लगा था। जिसको देखते हुए सिंचाई विभाग नें बांध के गेट को बंद कर दिया था। पुरे मामले की खबर ETV BHARAT में प्रमुखता से दिखाये जानें के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया और अब डेम के गेट के पास मरम्मत के काम शुरु कर दिये गये हैं। मरम्मत के लिए काफी संख्या में यहां मजदूर लगाये गये हैं। Conclusion:गौरतलब है कि जिस जगह पर गेट के पास नहर का बड़ा हिस्सा डेमेज हुआ है। इसका निर्माण दो साल पहले ही लगभग 3 करोड़ की लागत से कराया गया है। लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत के चलते घटिया निर्माण से करोड़ो का निर्माण कार्य महज दो वर्षों के भीतर ही क्षतिग्रस्त हो गया। वहीं इलाकें में हो रही भारी बारिश के चलते राजीवगांधी जलाशय पुरी तरह भरा हुआ है। ऐसे में बांध के गेट के बंद होनें से पानी वेस्ट वेयर के जरिये मनियारी नदी में प्रवाहित किया जा रहा है। जिससे मनियारी नदी उफान पर है।

रिपोर्ट-शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : Sep 28, 2019, 2:47 PM IST
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