मुंगेली: अचानकमार टाइगर रिजर्व (ATR) के विस्थापन को लेकर जेसीसीजे (JCCJ) विधायक दल के नेता धरमजीत सिंह नें प्रदेश सरकार से श्वेतपत्र जारी करने की मांग की है. धर्मजीत सिंह के मुताबिक विस्थापित होने के लिए इंतजार में बैठे वनग्रामों में सरकारी विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं. वनवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अचानकमार टाइगर रिजर्व के गांवों के विस्थापन को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह ने इस मामले में बड़ा बयान दिया है. धर्मजीत सिंह ने सरकार से कहा कि विधानसभा के अंदर एटीआर के विस्थापन को लेकर सरकार को श्वेतपत्र जारी करना चाहिए. इसके अलावा सरकार ये बताए कि एटीआर के कितने गांवों का विस्थापन कब और कहां करने के साथ ही कितने लोगों को विस्थापित किया जाएगा. धर्मजीत सिंह ने एटीआर प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि वहां किसी भी तरह का निर्माण कार्य नहीं करने दिया जा रहा है. वनवासियों और पंचायतों को हाईकोर्ट का आदेश लाने को कहा जाता है. धर्मजीत सिंह के मुताबिक इस मामले पर सरकार को उच्च स्तरीय बैठक करना चाहिए. धरमजीत सिंह पूरे मामले को आगामी मानसून सत्र में उठाने की बात भी कह रहे हैं.
19 गांवों का विस्थापन बाकी
लोरमी के अचानकमार टाईगर रिजर्व को बने 11 साल हो चुके हैं. लेकिन इसके बावजूद इसके कोर एरिया में बसे 25 गांवों में से अभी तक केवल 6 गांवों का ही विस्थापन किया जा सका है. 19 गांवों का विस्थापन अब भी बाकी है. इन गांवों में किसी भी तरह का पक्का सरकारी और गैर सरकारी निर्माण कराने पर एटीआर प्रबंधन ने रोक लगा है. इसी मामले पर जेसीसीजे (JCCJ) विधायक सरकार को घेरने की तैयारी कर रहे हैं.