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सीएम भूपेश ने कहा- अब कलेक्टर्स भी बोलने लगे हैं छत्तीसगढ़ी, काजू-किशमिश की जगह लोग परोस रहे हैं ठेठरी-खुरमी

एक कार्यक्रम में महिला कांग्रेस ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा पहनाया. इसके बाद सीएम भूपेश बघेल का स्वागत किया.

सीएम भूपेश बघेल
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Published : Aug 29, 2019, 9:43 AM IST

Updated : Aug 29, 2019, 10:25 AM IST

मुंगेली. महिला कांग्रेस ने एक कार्यक्रम में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा पहनाया. इसके बाद सीएम भूपेश बघेल का स्वागत किया. इस दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष मायारानी सिंह के नेतृत्व में सीएम को छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसे गए, जिसका उन्होंने भरपूर लुत्फ उठाया.

cm bhupesh baghel says on collectors in chhattisgarh

इस दौरान सीएम ने पूर्व विधायक चुरावन मंगेशकर, अर्जुन तिवारी और बिलासपुर कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी को ठेठरी-खुरमी खिलाई.

छत्तीसगढ़ी भाषा पर काम कर रहे हैं विशेषज्ञ

सीएम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब तो बहुत सारे कलेक्टर भी छत्तीसगढ़ी में भाषण देना शुरू कर दिए हैं. अब जब भी मंत्री और विधायक आते हैं ,तो काजू-किशमिश की जगह ठेठरी-खुरमी रखी जाती है. हमने तीज-त्योहार मनाना शुरू कर दिया है. उसी तरह छत्तीसगढ़ी भाषा पर भी विशेषज्ञ काम कर रहे हैं.

मुंगेली. महिला कांग्रेस ने एक कार्यक्रम में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा पहनाया. इसके बाद सीएम भूपेश बघेल का स्वागत किया. इस दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष मायारानी सिंह के नेतृत्व में सीएम को छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसे गए, जिसका उन्होंने भरपूर लुत्फ उठाया.

cm bhupesh baghel says on collectors in chhattisgarh

इस दौरान सीएम ने पूर्व विधायक चुरावन मंगेशकर, अर्जुन तिवारी और बिलासपुर कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी को ठेठरी-खुरमी खिलाई.

छत्तीसगढ़ी भाषा पर काम कर रहे हैं विशेषज्ञ

सीएम ने मीडिया से बातचीत में कहा कि अब तो बहुत सारे कलेक्टर भी छत्तीसगढ़ी में भाषण देना शुरू कर दिए हैं. अब जब भी मंत्री और विधायक आते हैं ,तो काजू-किशमिश की जगह ठेठरी-खुरमी रखी जाती है. हमने तीज-त्योहार मनाना शुरू कर दिया है. उसी तरह छत्तीसगढ़ी भाषा पर भी विशेषज्ञ काम कर रहे हैं.

Intro:मुंगेली- छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश की खोयी हुई पहचान को वापिस दिलाने के लिए हर रोज नए-नए काम कर रहे हैं। फिर चाहे बात छत्तीसगढ़ के तीज त्योहारों पर शासकीय अवकाश की हो या फ़िर नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी से गांव की विकास की या फिर छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को पहचान दिलाने की वह अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।


Body:जमकर उठाया लुत्फ़
छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की अपनी एक अलग ही पहचान है।यहां के तीज त्यौहारों में ठेठरी, खुरमी,फरा और चीला हर घर मे प्रायः बनाये जाते हैं। आमतौर पर सरकारी कार्यक्रमों में मंत्रियों विधायकों को नाश्ते के तौर पर ड्राई फूड देने का चलन है. जिसमें काजू, किशमिश, पिस्ता, बादाम जैसे ड्राई फूड परोसा जाता है लेकिन जब से भूपेश बघेल की सरकार छत्तीसगढ़ में आयी है अब काजू-किसमिस की जगह ठेठरी-खुरमी ने ले लिया है।मुंगेली में हुए आज के कार्यक्रम सीएम भूपेश बघेल का महिला कांग्रेस की ओर से पार्टी की पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक वेशभूषा पहनकर स्वागत किया गया।इस दौरान महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष मायारानी सिंह के नेतृत्व में सीएम भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ी व्यंजन ठेठरी,खुरमी,फरा दिया गया।जिसका सीएम भूपेश बघेल ने मंत्री साथियों के साथ जमकर स्वाद लिया।
मंच पर बांटने लगे
सीएम भूपेश बघेल जिस वक्त मंच पर ठेठरी खुरमी खा रहे थे अचानक ही उन्हें पीछे बैठे अपने अन्य कांग्रेसी साथियों का ध्यान आया. इसके बाद सीएम भूपेश खुद ही खड़े होकर अपने कांग्रेसी साथियों को ठेठरी खुरमी बांटने लगे।इस दौरान भूपेश बघेल ने पूर्व विधायक चुरावन मंगेशकर,अर्जुन तिवारी और बिलासपुर कांग्रेस जिला अध्यक्ष विजय केशरवानी को ठेठरी-खुरमी बांटा।

कांग्रेसियों ने ऐसे लिए मजे
सीएम के द्वारा मंच पर ठेठरी खुरमी बांटे जाने पर कार्यक्रम के बाद कांग्रेसी मजे लेते हुए भी नज़र आये। प्रदेश में अभी आयोग मंडलों में नियुक्ति नही हुई।इस लाइन में कई दावेदार सामने खड़े है। मंच पर सीएम के हाथों जिन कांग्रेसी नेताओं को ठेठरी-खुरमी खिलाया गया है बाक़ी के कांग्रेसी उन्हें इसी में संतोष करने की बात कहते नज़र आये। कार्यक्रम के बाद कुछ कांग्रेसी ये कहते सभास्थल से जा रहे थे जिन्होंने मंच में ठेठरी खुरमी का स्वाद लिया है उन्हें उसी में संतुष्ट रहना पड़ेगा।



Conclusion:सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों और कामकाज पर मीडिया से कहा कि छत्तीसगढ़ में अब बहुत सारे कलेक्टर कार्यालयों में छत्तीसगढ़ी में बोलना और कार्यक्रमों में भाषण देना भी शुरू कर दिए हैं.अब जब मंत्री और विधायक आते हैं तो काजू किशमिश की जगह ठेठरी-खुरमी भी रखा जा रहा है।तीज त्यौहार मनाना भी हम लोग शुरू कर दिए हैं. उसी प्रकार से छत्तीसगढ़ी भाषा पर भी विशेषज्ञ काम कर रहे हैं।

बाइट-1-भूपेश बघेल (सीएम छत्तीसगढ़)

रिपोर्ट-शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : Aug 29, 2019, 10:25 AM IST
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