मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में कांग्रेस खेमे में बीते कई दिनों से हलचल है. इस हलचल का कारण मनेंद्रगढ़ से कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल हैं. विनय जायसवाल का टिकट कांग्रेस ने काट दिया है. तब से वह जनता के बीच जाकर कई तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. रविवार को विनय जायसवाल के घर पर कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता और उनके समर्थक पहुंचे. सभी नेताओं ने एक सुर में विनय जायसवाल की वकालत की है.
विनय जायसवाल के घर पहुंचे समर्थक (Manendragarh election news): विनय जायसवाल के समर्थन में कई कांग्रेसी नेताओं के इस्तीफे की बात सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि मनेंद्रगढ़ में कांग्रेस के सभी ब्लॉक अध्यक्षों ने इस्तीफा दे दिया है. नेताओं का कहना है कि जहां डॉक्टर जायसवाल वहां हम. रविवार को भी विनय जायसवाल के घर के बाहर काफी गहमा गहमी देखने को मिली. यहां लगातार नेताओं के आने का सिलसिला जारी रहा. विनय जायसवाल के समर्थकों ने कहा कि वह आहत महसूस कर रहे हैं.
"कांग्रेस पार्टी हमारी मातृ पार्टी है. कांग्रेस के साथ लगातार काम किया है. टिकट कटने के बाद लगातार हमारे जो साथी हैं. चिरिमिरी मनेन्द्रगढ़ खड़गवां की जो जनता है वह आहत महसूस कर रही है. यहां की जनता ने मोबाइल फोन की लाइट जलाकर मेरा समर्थन किया. यहां की जनता मुझे चुनाव लड़ने के लिए कह रही है. इसलिए मैं अपने शीर्ष नेतृत्व से एक बार फिर विचार करने की अपील करुंगा. जैसा वातावरण बन रहा है. उससे कहीं ऐसा न हो कि हम यह सीट बीजेपी की झोली में डाल दें. इसलिए मैं कांग्रेस आलाकमान से इस फैसले पर विचार करने के लिए कहूंगा": विनय जायसवाल, कांग्रेस विधायक मनेंद्रगढ़
मनेंद्रगढ़ से कांग्रेस उम्मीदवार रमेश सिंह का बयान: इस पूरे मामले पर मनेंद्रगढ़ से कांग्रेस उम्मीदवार रमेश सिंह का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर विनय जायसवाल को मनाने की बात चल रही है. मेरी उनसे फोन पर बात हुई है. मैं उनको मनाने उनके घर गया था. लेकिन वह उस दिन रायपुर में थे. सीएम बघेल ने छत्तीसगढ़ का विकास किया है. पूरी पार्टी राज्य का विकास कर रही है. एक व्यक्ति विकास नहीं करता है. डॉक्टर विनय जायसवाल को हम मना लेंगे. कांग्रेस एक परिवार है. परिवार में नोंक झोंक चलती है. लेकिन बात में सब ठीक होता है. यहां से कांग्रेस बहुमत से जीतेगी.
मनेंद्रगढ़ में हो रही इस घटना पर बीजेपी की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. अब देखना होगा कि बीजेपी इस मसले पर क्या कहती है. दूसरी तरफ कांग्रेस इस मामले को कैसे डील करती है.