मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: शारदीय नवरात्र के मौके पर देवी मां के कई रूप की पूजा आराधना की जाती है. हर रूप में मां भक्तों की रक्षा करती है. नवरात्र पर्व पर हम आपको माता रानी के एक खास मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं. इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का कष्ट दूर होता है. ये मंदिर छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में है. यहां मां चांग देवी भक्तों की हर मनोकामना को पूरी करती है.
नवरात्र पर उमड़ती है भक्तों की भारी भीड़: जिला मुख्यालय से तकरीबन 125 किलोमीटर दूर भगवानपुर में चांग माता का मंदिर है. यहां मां के प्रति भक्तों की आस्था देखते ही बनती है. इस देवीपीठ में भक्त मां की पूजा- अर्चना के बाद मन्नत मांगते हैं. कहते हैं कि यहां आने वाले की हर मुराद चांग माता पूरी करती हैं. इस मंदिर में हर साल नवरात्र में मौके पर हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं. नवरात्रि के मौके पर मंदिर की रौनक देखने लायक होती है. मंदिर में हर दिन भैयाबहादुर सिंह द्वारा रचित (मां करु दुर्गे तोरी आरती हो मां) मां की आरती गई जाती है. ये आरती चांग भखार की भाषा शैली में गाई जाती है.
चांग माता के मंदिर में बहुत दूर-दूर से भक्त आते हैं. अलग-अलग क्षेत्र से श्रद्धालु यहां अपनी मनोकामना लेकर पहुंचते हैं. यहां आने वालों की हर मनोकामना पूरी होती है. यहां अखंड ज्योति जलाई जाती है. यहां आकर मां के सामने अर्जी लगाने वाले की हर मनोकामना पूरी होती है.-भूपेंद्र सिंह, मंदिर के सेवादार
क्या कहते हैं मां के भक्त: इस मंदिर में पहुंचे एक भक्त ने कहा कि, "मैं शहडोल जिला मध्यप्रदेश से आई हूं. मेरे पड़ोसी कई सालों से यहां आते हैं. वे ही मुझे चांग माता के बारे में बताए. मैं भी मन्नत लेकर मां के मंदिर पहुंची हूं." वहीं, शहडोल से पहुंची एक बच्ची ने कहा, "यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है. यहां माता रानी की कृपा है. मैं चाहती हूं कि माता रानी सबके कष्ट हर ले."
हम लोग घी और तेल का दीप जलते हैं. यहां आने वाले भक्त सहयोग राशि देते हैं, उसी से मंदिर की व्यवस्था पूरी की जाती है. नवमी के मौके पर यहां भंडारे का आयोजन किया जाएगा. -भैयाबहादुर सिंह, संस्थापक
बता दें कि इस मंदिर में सालों से लोगों की आस्था बनी हुई है. हर दिन यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है. लेकिन नवरात्र में मौके पर चांग माता के दर्शन को हजारों भक्त मंदिर पहुंचते हैं.