मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: 12 वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट को लेकर छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की गंभीर लापरवाही सामने आई है. जिसका खामियाजा एमसीबी में रहने वाली अंजली बैगा को उठाना पड़ा. बच्ची ने जब इसकी शिकायत बोर्ड से की तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.
क्या है मामला? : अंजली बैगा शासकीय उच्चतर माध्यमिक स्कूल बहरासी की नियमित छात्रा रही हैं. अंजली बैगा को 12वीं में विशेष जनजाति संवर्ग में सबसे अधिक कुल 388 अंक मिले हैं. लेकिन सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से 374 अंक पाने वाली सुनीता बैगा का नाम टॉपर सूची में पहले नंबर पर दर्ज हो गया. अंजली की जगह सुनीता को इस कैटेगरी में टॉपर बता दिया गया. इसकी वजह से अंजली न केवल राज्य सरकार की हेलीकॉप्टर राइड योजना में उड़ान भरने से वंचित रह गई. बल्कि प्रोत्साहन राशि के डेढ़ लाख रुपये का चेक भी उसे नहीं मिला.
विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा की वरीयता सूची ठीक करने की मांग: इसी बीच अंजली को पता चला कि उसके नंबर सुनीता से ज्यादा है. जिसके बाद अंजली और उसके परिवार ने छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल में आवेदन दिया. मार्कशीट दिखाई गई. मांग की गई कि विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा की वरीयता सूची को ठीक किया जाए. साथ ही सम्मान और प्रोत्साहन राशि की भी मांग अंजली ने की.
बच्ची को मेरिट में किया शामिल: बोर्ड में हुई लापरवाही की बात जैसे ही छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों को हुई. उनके पसीने छूटने लगे. माध्यमिक शिक्षा मंडल हरकत में आया है. आनन फानन में अंजली को मेरिट में शामिल किया गया. अब सुनीता और अंजली दोनों को मेरिट में रखा गया. साथ ही अंजली को हेलिकॉप्टर राइड कराने की भी बात कही जा रही है.
टॉपर्स को मिलता है सम्मान और प्रोत्साहन राशि: छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वामी आत्मानंद मेधावी प्रोत्साहन योजना शुरू की है. इसके योजना के तहत 10वीं और 12 बोर्ड में टॉप करने वाले छात्र छात्राओं को हेलीकॉप्टर की सैर कराई जाती है. इसके अलावा डेढ़ लाख रुपये और प्रमाण पत्र भी दिया जाता है.