मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: छत्तीसगढ़ में 1 नवंबर से ही धान खरीदी की शुरुआत हो गई है. प्रदेश के सभी धान उपार्जन केंद्रों में किसान अपनी फसल लेकर पहुंचने लगे है. इस बीच मनेंद्रगढ़ में धान खरीदी शुरू होने से पहले ही बिचौलिए सक्रिय हो गये हैं. ताजा मामला एमसीबी जिले के धान उपार्जन केंद्र बरबसपुर का है. जहां खाद्य अधिकारियों के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान बिना अनुमति सरकारी गोदाम में 213 क्विंटल धान रखे होने की बात सामने आ रही है. केंद्र प्रभारी से पूछताछ करने के बाद उचित जबाव नहीं मिलने पर धान को जब्त किया गया है
आकस्मिक निरीक्षण के दौरान हुआ खुलासा: एमसीबी कलेक्टर नरेन्द्र कुमार दुग्गा के निर्देश पर खाद्य अधिकारियों की टीम ने धान उपार्जन केंद्र बरबसपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया. निरीक्षण के समय उपार्जन केंद्र प्रभारी चंद्र प्रकाश साहू मौजूद थे. इस दौरान समिति का निरीक्षण करने पर पुराने सरकारी गोदाम में 83 कट्टा वजन 33.2 क्विंटल पुराना सोनम धान और नए गोदाम में 450 कट्टा वजन 180 क्विंटल मोटा धान पाया गया. जिसे खाद्य अधिकारियों ने जब्त कर प्रभारी की सुपुर्दगी में दिया है.
सरकारी गोदाम से 213 क्विंटल धान जब्त: धान उपार्जन केंद्र बरबसपुर के प्रभारी से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसके घर में फर्श रिपेयरिंग का काम चल रहा है. जिसकी वजह से उसने अपने स्वयं के धान को सरकारी गोदाम में रखा था. उसने रिपेयरिंग होने के बाद धान को वापस अपने घर ले जाने की बात अधिकारियों को बताई. लेकिन धान उपार्जन केंद्र के प्रभारी ने शासकीय गोदाम में धान रखने के संबंध में किसी भी उच्च अधिकारियों को मौखिक या लिखित रूप से सूचना नहीं दी थी. इस साल धान उपार्जन केंद्र बरबसपुर में अभी तक किसी भी किसान का टोकन नहीं काटा गया है, जिससे धान खरीदी शुरु ही नहीं हुआ है. इस वजह से गोदाम में रखे धान को जब्त कर प्रभारी के सुपुर्द किया गया है.
खाद्य अधिकारियों की टीम में संजय कुमार ठाकुर, जिला विपणन अधिकारी विनीता चौरसे, तहसीलदार श्रीकांत पांडे, नोडल अधिकारी आनंद सिंह एवं सहायक पंजीयक बजरंग पैकरा शामिल थे. जिनके द्वारा संयुक्त रूप से धान उपार्जन केंद्र बरबसपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया गया.