महासमुंद: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक बुधवार को एक दिवसीय महासमुंद प्रवास पर रहीं. आयोग की अध्यक्ष ने कलेक्ट्रेट सभागार में लंबित 14 प्रकरणों पर संज्ञान लिया. राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने मीडिया को बताया कि अब तक 3 केस की सुनवाई हुई है. 2 मामले महिला सरपंच से संबंधित थे.
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आयोग की अध्यक्ष ने सुनवाई के दौरान साफ तौर पर कहा कि निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधि का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. तीसरे मामले को लेकर बताया गया कि मामला काफी रोचक है. 3 वर्ष पहले हुए किशनपुर हत्या मामले में पीड़ित पक्ष पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं है. इसलिए आयोग ने अपने खर्च पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट नियुक्त करने का आदेश जारी कर रही है. जो हर पहलुओं पर जांच कर रिपोर्ट आयोग को सौंपेंगे.
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महिला आयोग की जिले में यह पहली सुनवाई
आयोग के अध्यक्ष ने मीडिया से कहा कि आयोग में हर प्रकार के मामले आ रहे हैं. आयोग ने भरण-पोषण मामले में 1 लाख से 50 हजार रुपये प्रति महीने का आदेश दे रही है. महिला आयोग की जिले में यह पहली सुनवाई है.
'पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी'
किशनपुर हत्याकांड मामले को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक भी आश्चर्यचकित हैं, क्योंकि इस प्रकरण में पहले जो गवाह थे, नारकोटिक्स टेस्ट के बाद वह अपराधी बन गए हैं. जिसे लेकर पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध लग रही है. इसमें किरणमयी नायक ने कहा है कि वे इसकी सही जांच करवाएंगे. यदि इसमें पुलिस भी कहीं गलत निकलती है तो बिल्कुल पुलिस के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.