महासमुंद: छत्तीसगढ़ सचिव संघ के आह्वान पर ग्राम पंचायत सचिव संघ और रोजगार सहायक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. आंदोलन के 7वें दिन महासमुंद में पंचायत सचिवों ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया. सचिवों ने भगवान को मौजूदा सरकार को सद्बुद्धि देने की प्रार्थना की, ताकि सरकार को सचिवों की परेशानी और मांग समझ में आए. सचिव शासकीयकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर रहे हैं.
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सचिव संघ मुख्यालय स्थित तहसीलदार निवास के पास धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. तहसीलदार निवास के पास हवन पूजन किया. मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ किया. संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि आंदोलन में बैठे 7 दिन हो गए हैं. सरकार और प्रशासन की ओर से अभी तक उनकी मांगों पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है. इसलिए उन्हें सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना करना पड़ा.
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पंचायत सचिवों की मांग
- पंचायत सचिवों की मांग है कि परीक्षा अवधि के 2 साल पूरा करने वाले सचिवों को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए.
- रोजगार सहायक तीन सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं, जल्द उनकी मांगों पर विचार किया जाए.
- ग्रेड पर निर्धारण कर नियमितीकरण किया जाए.
- ग्राम पंचायतों को नगर निगम/नगर पंचायत में शामिल किया जा रहा है.
- ग्राम रोजगार सहायकों को संबंधित निकाय में शामिल किया जाए.
- अन्य रिक्त ग्राम पंचयत में सेवा पर रखा जाए.
- ग्राम रोजगार सहायकों को सचिव पद पर वरियता के आधार पर सीधी भर्ती की जाए.
- पंचायत सचिव प्रदेश पंचायत सचिव संगठन छत्तीसगढ़ के बैनर तले अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं.
महासमुंद में हड़ताल के दौरान दोनों संघ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. पंचायत सचिव के ब्लॉक अध्यक्ष का कहना है कि सरकार अपेक्षा अनुरूप सरकार वेतन नहीं दे रही है. सरकार कोई सुविधा नहीं दे रही है. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होती हड़ताल जारी रहेगा. रोजगार सहायक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष का कहना है कि 13,14 वर्षों से अपनी मांगों को लेकर सरकार से अपील कर रहे हैं. हमारी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
हड़ताल से कामकाज ठप
महासमुंद में पंचायत सचिव और रोजगार सहायकों के अनिश्चितकालीन हड़ताल से आम लोग परेशान हैं. पंचायत स्तर पर संचालित पेशन योजना, आवास योजना और मनरेगा समेत कई कामकाज ठप है.