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कोरोना केस मिलने पर एक्टिव सर्विलांस टीम करेगी काम, ट्रेनिंग शुरू

महासमुंद में एक्टिव सर्विलांस टीम का गठन कर ट्रेनिंग दी जा रही है. टीम कोरोना वायरस संक्रमित मिलने पर इलाके में काम करेगी.

Training to active surveillance team
एक्टिव सर्विलांस टीम को ट्रेनिंग
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Published : May 17, 2020, 11:09 AM IST

महासमुंद: कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जिले में लगभग 560 एक्टिव सर्विलांस टीम का गठन किया गया है, जिन्हें मास्टर ट्रेनर कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसके तहत बताया जा रहा है कि अगर कोरोना संक्रमित मरीज जिले में पाए जाते हैं तो इलाके को कैसे सील किया जाए. अन्य लोगों के स्वास्थ्य की जांच कैसे कराई जाए. इसके साथ ही टीम को खुद को सुरक्षित रखने के उपाए बताए जा रहे हैं.

कोरोना एक्टिव सर्विलांस टीम का गठन कर ट्रेनिंग

इसी कड़ी में जिले के बागबाहरा ब्लॉक में गठित किये गये 280 एक्टिव सर्विलांस टीम को प्रशिक्षण दिया गया है. प्रशिक्षण में एक्टिव सर्विलांस के सेक्टर अधिकारी और सुपरवाइजर मौजूद थे. बता दें कि एक एक्टिव सर्विलांस टीम में तीन लोग होते हैं. जिसमें एक आगनबाड़ी कार्यकर्ता, एक शिक्षक और एक सरकारी कर्मचारी रखे गए हैं.

पढ़ें: बलौदा बाजारः शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने वाला वकील गिरफ्तार

टीम ऐसे करेगी जांच

मास्टर ट्रेनरों ने टीम को विस्तार से हर बिन्दू की जानकारी दी है. मास्टर ट्रेनरों ने एक्टिव केस पाए जाने पर किए जाने वाले कार्यों की विस्तार से जानकारी दी है. कोई संदिग्ध या एक्टिव केस सामने आने पर टीम को स्वास्थ्य की जांच करनी है. टीम को स्वास्थ्य चेकअप के दौरान तीन लक्षणों की जानकारी बनाए गए एक प्रपत्र में भरना है. इसमें उसे बुखार है या नहीं, उसे सूखी खंसी आ रही है या नहीं, उसे सांस लेने में कोई कठिनाई हो रही है या नहीं. ये तीन लक्ष्ण पाए जाने पर उस टीम को वहां के BMO को सूचना देकर उस मरीज का सेंपल लेकर जांच के लिए भेजवाना होगा. ये टीम कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर ही इलाके में काम करेगी.

महासमुंद: कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति को देखते हुए जिले में लगभग 560 एक्टिव सर्विलांस टीम का गठन किया गया है, जिन्हें मास्टर ट्रेनर कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति से निपटने के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं. इसके तहत बताया जा रहा है कि अगर कोरोना संक्रमित मरीज जिले में पाए जाते हैं तो इलाके को कैसे सील किया जाए. अन्य लोगों के स्वास्थ्य की जांच कैसे कराई जाए. इसके साथ ही टीम को खुद को सुरक्षित रखने के उपाए बताए जा रहे हैं.

कोरोना एक्टिव सर्विलांस टीम का गठन कर ट्रेनिंग

इसी कड़ी में जिले के बागबाहरा ब्लॉक में गठित किये गये 280 एक्टिव सर्विलांस टीम को प्रशिक्षण दिया गया है. प्रशिक्षण में एक्टिव सर्विलांस के सेक्टर अधिकारी और सुपरवाइजर मौजूद थे. बता दें कि एक एक्टिव सर्विलांस टीम में तीन लोग होते हैं. जिसमें एक आगनबाड़ी कार्यकर्ता, एक शिक्षक और एक सरकारी कर्मचारी रखे गए हैं.

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टीम ऐसे करेगी जांच

मास्टर ट्रेनरों ने टीम को विस्तार से हर बिन्दू की जानकारी दी है. मास्टर ट्रेनरों ने एक्टिव केस पाए जाने पर किए जाने वाले कार्यों की विस्तार से जानकारी दी है. कोई संदिग्ध या एक्टिव केस सामने आने पर टीम को स्वास्थ्य की जांच करनी है. टीम को स्वास्थ्य चेकअप के दौरान तीन लक्षणों की जानकारी बनाए गए एक प्रपत्र में भरना है. इसमें उसे बुखार है या नहीं, उसे सूखी खंसी आ रही है या नहीं, उसे सांस लेने में कोई कठिनाई हो रही है या नहीं. ये तीन लक्ष्ण पाए जाने पर उस टीम को वहां के BMO को सूचना देकर उस मरीज का सेंपल लेकर जांच के लिए भेजवाना होगा. ये टीम कोरोना पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर ही इलाके में काम करेगी.

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