महासमुंद: महासमुंद जिले में बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है. तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. धान की फसल बारिश के कारण खेतों में गिर गई है. खेत में पानी भर जाने के कारण पूरी फसल बर्बाद हो गई है.
जिन किसानों ने फसल काट ली थी, उनकी फसल खेत में रखे होने के कारण पूरी तरह पानी में भीग जाने से लगभग बर्बाद हो गई है. किसान इस परिस्थिति में शासन-प्रशासन से मुआवजे की उम्मीद लगा रहे हैं. वहीं कृषि विभाग के आला अधिकारी कुछ नुकसान होने की बात कहते हुए क्षति का आकलन करने को कह रहे हैं.
औसत 10 एमएम बारिश
पूरे महासमुंद जिले में 2 लाख 40 हजार 410 हेक्टेयर में धान की फसल लगाई गई है. बीते 19 अक्टूबर को 21 एमएम, 20 अक्टूबर को 9 एमएम और 21 अक्टूबर को 10 एमएम औसत बारिश ने किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है.
70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर
महासमुंद जिले की लगभग 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर है, इसके बावजूद अन्नदाताओं की फसल कभी बारिश की कमी तो कभी अधिक बारिश के कारण बर्बाद हो रही है. बहरहाल देखना यह होगा कि शासन-प्रशासन किसानों की क्या मदद करती है.