महासमुंद : जिले के बसना में कोरोना की वजह से सोमवार को 46 साल के एक शख्स की मौत हो गई. मृतक का अंतिम संस्कार करने के लिए अस्पताल के कर्मचारी रायपुर से 135 किमी दूर बसना बस स्टैंड के पास सरकारी अस्पताल के सामने पहुंचे, लेकिन प्रशासन के अधिकारियों ने अंतिम संस्कार करने के लिए कोई भी व्यवस्था नहीं की थी, इस वजह से सड़क पर ही शव सहित एम्बुलेंस कई घंटों तक खड़ी रही.
![protests against the funeral of corona positive man in mahasamund](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-mhd-antim-sanskar-7205755_19082020142119_1908f_1597827079_129.jpg)
एम्बुलेंस को सड़क पर खड़ा देखकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. वार्डवासियों को लगा कि फिर से कोरोना पेशेंट का अंतिम संस्कार टिकरापारा के मुक्तिधाम में किया जा रहा है. इसे लेकर लोगों से पंचायत कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन भी सौंपा. इसके साथ ही वार्ड नंबर 13 के लोगों ने कार्यालय के पास विरोध-प्रदर्शन भी किया. इस दौरान नगर पंचायत के जिम्मेदार अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं थे, जिसकी वजह से वहां खासी भीड़ जमा हो गई थी.
बिरजाभाटा का रहने वाला था मृतक
जानकारी के मुताबिक, मृतक बिरजाभाटा का रहने वाला था. शव के अंतिम संस्कार को लेकर हुए बवाल के बाद इसकी जानकारी नगर पंचायत अध्यक्ष गजेंद्र साहू को भी दी गई, जिन्होंने आश्वासन दिया कि शहर के किसी भी मुक्तिधाम में कोविड-19 मरीज का अंतिम संस्कार नहीं होगा. वहीं सीएमओ ने नगर पंचायत के प्लेसमेंट कर्मचारियों को अंतिम संस्कार करने के लिए दबाव बनाने को गलत बताया है, जिसकी शिकायत उन्होंने उच्च अधिकारी से करने की बात कही है. ETV भारत की टीम ने सीएमओ नारायण साहू से बात करने की कोशिश की, लेकिन उसने बात नहीं हो पाई.
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वहीं 16 अगस्त को मिले 3 कोरोना पॉजिटिव मरीज बसना के वार्ड क्रमांक 13 मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किए गए शख्स के परिवार के बताए जा रहे हैं, जिसमें मृतक की पत्नी और दो बच्चे शामिल हैं.
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छत्तीसगढ़ में कोरोना की रफ्तार बढ़ती जा रही है. प्रदेश में संक्रमित मरीजों के मिलने के साथ ही कोरोना से मौतों का आंकड़ा भी बढ़ने लगा है. इस कोरोना काल में कई तरह की चीजें देखने को मिली. कहीं लोगों के संवेदनशील चेहरे देखने को मिले, तो कहीं मानव का मानवीय पक्ष कमजोर होता दिखा. कोरोना काल में कई ऐसी भी घटना सामने आई, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया. गौरतलब है कि इससे पहले महासमुंद में भी कोरोना पॉजिटिव बुजुर्ग महिला के अंतिम संस्कार का विरोध किया गया था.