महासमुंद: महासमुंद नगरपालिका के 35 रेगुलर व 35 प्लेसमेंट कर्मचारियों ने दो माह से वेतन न मिलने से नाराज हो सीएमओ निवास का घेराव किया है. इस दौरान कर्मचारियों ने नगर की साफ-सफाई व्यवस्था को भी बंद कर दिया है, जिससे शहर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई (Placement employees gheraoed CMO residence in Mahasamund) है. घेराव के दौरान नगर पालिका सीएमओ ने सफाई कर्मचारियों को समझाने व काम में जाने के समझाईस भी दी. लेकिन सफाई कर्मचारी अपने वेतन की मांग को लेकर डटे रहे और आज से ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए(Placement workers in Mahasamund gheraoed CMO residence) है.
कर्ज में डूबे सफाई कर्मचारी: बता दें कि नगर पालिका महासमुंद में सभी कर्मचारियों का एक माह का वेतन 51 लाख रुपये बनता है लेकिन पिछले दो माह से कर्मचारियों का वेतन भुगतान 1 करोड़ रुपये लंबित है. लगभग 70 सफाई कर्मचारियों के सामने भूखे और रसूखदारों के पास कर्ज में डूबने जैसी नौबत आ गई है. जिससे वो काफी परेशान हैं.
धरना करने पर ही मिलता है वेतन: इस विषय में नगर पालिका की एक महिला सफाई कर्मचारी ममता बाई शेन्द्रे ने ईटीवी को बताया, "हमें हर बार दो-तीन माह में या तो नगरपालिका का गेट बंद करना पड़ता है या फिर धरना देना पड़ता है.. या सीएमओ के घर का घेराव करना पड़ता है. तभी हमें पेमेंट मिल पाती है. इस पेमेंट के ना मिलने से हमको घर परिवार चलाना बच्चों की फीस पटाना और सामने राखी का त्यौहार है, जिसमें बहुत ही ज्यादा दिक्कत होती है. अधिकारी हमारी तकलीफ समझ ही नहीं रहे हैं. इसलिए जब तक हमें पेमेंट नहीं मिलेगा, तब तक शहर में सफाई व्यवस्था बंद रहेगी.
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जल्द होगा भुगतान: वहीं, मुख्य नगरपालिका अधिकारी आशीष तिवारी का कहना है कि नगर पालिका महासमुंद का खर्च ज्यादा और वसूली कम हो रही है, जिसमें तेजी लाना पड़ेगा. हमने अपने अधिकारियों को अवगत करा दिया है. जल्द ही भुगतान कराया जाएगा और सफाई व्यवस्था को सुचारू कराया जाएगा.