महासमुंदः छत्तीसगढ़ में पिछले 2 दिनों से हो रही बारिश से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं फरवरी महीने में कोहरे और बारिश को लेकर लोगों का कहना है कि 'पिछले 50 साल से ऐसा मौसम नहीं देखा है'. वहीं माना जाता है कि 14 जनवरी मकर संक्राति के बाद लगभग सर्दी में कमी आती है, लेकिन इस साल बेमौसम बारिश की वजह से पारा लगातार नीचे जाने लगा और फरवरी महीने में ठंड बढ़ गई.
कोहरे की वजह से लोग घर से दोपहर में भी नहीं निकल पर रहे हैं. मौसम में आए अचानक बदलाव की वजह से बुजुर्गों और बच्चों का स्वास्थ्य परअसर पड़ने लगा है. वहीं स्कूलों में बच्चों की दर्ज संख्या भी कम हो रही है.
रोजमर्रा के काम पर पड़ रहा असर
जिले के स्थानीय लोगों का कहना है कि 'बेमौसम बारिश और कोहरे की वजह से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हुई है. वहीं एक स्थानीय निवासी ने बताया कि लोग बढ़ी हुई ठंड की वजह से अपने घरों में दुबकने को मजबूर हैं.
फसलों पर पड़ा बुरा असर
प्रदेश के कई जिलो में हुई बारिश की वजह से खरीफ की फसल पर बुरा असर पड़ रहा है. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे मौसम में खरीफ की फसलों में कीट- पतंगों का प्रकोप बढ़ जाता है.