महासमुंद: जिले के खरीदी केंद्रों में करीब 40 लाख क्विंटल धान जाम पड़ा है. उठाव की धीमी गति के चलते 50 फीसदी धान की खरीदी नहीं हो पाई है. अफसरों का दावा है कि इस महीने धान का सौ प्रतिशत उठाव कर लिया जाएगा.
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जिले में समर्थन मूल्य में इस साल 75 लाख क्विंटल धान की खरीदी की गई है. जिसमें से मात्र 32 लाख क्विंटल धान का उठाव हुआ है. करीब 42 लाख क्विंटल धान केन्द्रों में उठाव के लिए बचा हुआ है. विपणन विभाग के मुताबिक जिले के खरीदी केंद्रों से संग्रहण केंद्रों तक धान उठाव करने के लिए कुल 250 वाहनों को लगाया गया है. रोज करीब 90 हजार क्विंटल धान का उठाव किया जा रहा है. सबसे अधिक धान अभी बसना, सरायपाली और पिथौरा क्षेत्र के खरीदी केंद्रों में जाम है.
40 दिन से अधिक का लगेगा समय
जिला विपणन अधिकारी जोशी ने दावा किया है कि वे आने वाले दिनों में 25 फरवरी तक केंद्रों से 100 प्रतिशत धान का उठाव करवा लेंगे. लेकिन प्रतिदिन उठाव का आंकड़ा देखा जाए तो 90 हजार क्विंटल की दर से उठाव करने पर 40 दिन से अधिक वक्त लग सकता है. खरीदी शुरु होने के बाद से धान का उठाव समय पर नहीं हुआ.
संग्रहण केंद्र और राइस मिलर्स को डीइओ जारी
डीएमओ जोशी ने बताया कि जिले में खरीदे गए धान में से 14 लाख क्विंटल धान का डीइओ संग्रहण केंद्रों के लिए जारी किया गया है. इसमें से 10 लाख 90 हजार क्विंटल धान का उठाव हो चुका है. वहीं राईस मिलर्स को 24 लाख क्विंटल धान के उठाव के लिए डीईओ जारी किया गया है. जिसमें से 22 लाख 55 हजार क्विंटल धान का उठाव मिलर्स ने कर लिया है.