महासमुंद: कोरोना से जंग जीत कर नागेंद्र घर लौट आए हैं. महासमुंद जिले में वे कोरोना पॉजिटिव पाए जाने वाले पांचवे व्यक्ति थे. नागेंद्र कोरोना से जंग लड़कर अपने दोस्तों के साथ नॉर्मल जिंदगी जी रहा है. कोरोना को लेकर लोगों के मन में कई प्रकार की भ्रांतियां और डर हैं. महासमुंद जिले में अभी तक 300 केस सामने आ चुके हैं. वहीं 90 लोग पूरी तरह से ठीक हो कर घर वापस जा चुके हैं. मरीजों का इलाज जिले के कोविड-19 केयर सेंटर में किया जा रहा है. नागेंद्र भी इसी कोविड-19 सेंटर में भर्ती हुए थे. जहां से वे स्वस्थ होकर घर लौट आए हैं. नागेंद्र ने ETV भारत से कोरोना को लेकर अपने अनुभव साझा किए हैं.
उन्होंने बताया कि बुखार ,सर्दी, सिर दर्द और किसी चीज की गंध नहीं आ रही हो तब यह माना जाता है कि करोना टेस्ट करा लिया जाए. उन्हें भी किसी चीज की गंध नहीं आ रही थी तब उन्होंने खुद कोरोना टेस्ट कराया और सभी दोस्तों और परिवार को होम क्वॉरेंटाइन होने के लिए कहा.जब रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो महासमुंद कोविड-19 सेंटर में एडमिट होने चला गया. जहां उन्हें दवाई दी गई, सही इलाज किया गया. नागेंद्र ने सभी डॉक्टरों और स्टॉफ का धन्यवाद दिया है.
पढ़ें-बस्तर: 55 वर्षीय शख्स ने तोड़ा दम, संभाग में कोरोना से पांचवी मौत
नागेंद्र ने कहां कि अस्पताल से वापस आकर वे खुश हैं. वे अपने मित्रों और परिवार से मिल पा रहे हैं और उन्होंने भी मेरा अभिनंदन किया है. कोरोना महामारी का सबसे अच्छा इलाज है हम सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें, सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग करे. गर्म पानी का उपयोग करें जिससे कोरोना से बचा जा सकता है.