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आजादी के 72 वर्ष बाद भी पक्की सड़क का इंतजार कर रहा है ये गांव.

महासमुंद की ग्राम पंचायत अनवरपुर के आश्रित गांव दावनबोड़ के लोग छत्तीसगढ़ के गठन को 18 बरस बीतने के बाद भी दलदल भरे रास्ते में चलने को मजबूर हैं. ग्रामीण आज भी पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं, इनका कहना है कि बार-बार गुहार लगाने के बाद भी प्रशासन ने उनकी समस्या नहीं सुलझाई.

ग्राम दावनबोड़ की सड़क
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Published : Sep 24, 2019, 10:21 AM IST

Updated : Sep 24, 2019, 3:27 PM IST

महासमुंदः देश को आजाद हुए 72 साल गुजर चुके हैं. विकास की राह पर आगे बढ़ते हुए पूरे देश डिजिटल युग में पहुंच चुका है. वहीं महासमुंद में कई ऐसे गांव मौजूद हैं, जो विकास की मुख्यधारा से जुड़ नहीं पाए हैं. ग्रामीणों को बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए रोजाना मुश्किलों से दो-चार होना पड़ता है.

आजादी के 72 वर्ष बाद भी पक्की सड़क का इंतजार कर रहा है ये गांव

ग्रामीणों की जद्दोजहद
बागबाहरा ब्लॉक में अनवरपुर ग्राम पंचायत के आश्रित गांव दावनबोड़ के ग्रामीण आज भी पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं. गांव के चारों ओर तो पक्की सड़कों का जाल बिछा है, लेकिन दावनबोड़ा को मुख्य सड़क से जोड़ने का ख्याल भी अभी तक प्रशासन के जहन में नहीं आया है. बारिश के मौसम में ग्रामीणों का गांव से बाहर निकलना दूभर हो जाता है. चार और दो पहिया वाहन तो छोड़िए हालात इतने बदतर हो जाते हैं कि, कीचड़ भरे रास्ते में पैदल चलना भी जंग लड़ने से कम नहीं होता है.

शिकायत पर कोई अमल नहीं
ग्राम पंचायत के संरपच सत्यभामा पटेल ने बताया कि आश्रित गांव दावनबोड़ में पक्की सड़क बनवाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से गुहार लगायी जा चुकी है. लेकिन शिकायतों के बावजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों की परेशानी को दूर करने के लिए अभी तक कोई पहल नहीं की है.

ETV भारत का ग्राउंड रिपोर्ट
इस पूरे मामले में प्रशासनिक अधिकारी अब मीडिया की पहल के बाद सड़क जल्द बनवाने का आश्वासन दे रहे हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि, सिस्टम ग्रामीणों की समस्या पर संदीजगी से विचार कर कब उसे सुलझाएगा और कब गांववालों को मुख्य सड़क तक जाने के लिए पक्का रास्ता नसीब हो पाएगा.

महासमुंदः देश को आजाद हुए 72 साल गुजर चुके हैं. विकास की राह पर आगे बढ़ते हुए पूरे देश डिजिटल युग में पहुंच चुका है. वहीं महासमुंद में कई ऐसे गांव मौजूद हैं, जो विकास की मुख्यधारा से जुड़ नहीं पाए हैं. ग्रामीणों को बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए रोजाना मुश्किलों से दो-चार होना पड़ता है.

आजादी के 72 वर्ष बाद भी पक्की सड़क का इंतजार कर रहा है ये गांव

ग्रामीणों की जद्दोजहद
बागबाहरा ब्लॉक में अनवरपुर ग्राम पंचायत के आश्रित गांव दावनबोड़ के ग्रामीण आज भी पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं. गांव के चारों ओर तो पक्की सड़कों का जाल बिछा है, लेकिन दावनबोड़ा को मुख्य सड़क से जोड़ने का ख्याल भी अभी तक प्रशासन के जहन में नहीं आया है. बारिश के मौसम में ग्रामीणों का गांव से बाहर निकलना दूभर हो जाता है. चार और दो पहिया वाहन तो छोड़िए हालात इतने बदतर हो जाते हैं कि, कीचड़ भरे रास्ते में पैदल चलना भी जंग लड़ने से कम नहीं होता है.

शिकायत पर कोई अमल नहीं
ग्राम पंचायत के संरपच सत्यभामा पटेल ने बताया कि आश्रित गांव दावनबोड़ में पक्की सड़क बनवाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से गुहार लगायी जा चुकी है. लेकिन शिकायतों के बावजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों की परेशानी को दूर करने के लिए अभी तक कोई पहल नहीं की है.

ETV भारत का ग्राउंड रिपोर्ट
इस पूरे मामले में प्रशासनिक अधिकारी अब मीडिया की पहल के बाद सड़क जल्द बनवाने का आश्वासन दे रहे हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि, सिस्टम ग्रामीणों की समस्या पर संदीजगी से विचार कर कब उसे सुलझाएगा और कब गांववालों को मुख्य सड़क तक जाने के लिए पक्का रास्ता नसीब हो पाएगा.

Intro:एंकर - आजादी के 70 वर्ष बाद भी एक गाॅव पक्की सड़क का इंतजार कर रहा हैं। जी हाॅ ,महासमुंद जिले के ग्राम दावनबोड़ मे 4 रास्ते हैं, पर चारो मिट्टी के कच्चे रास्ते हैं। जिसमे बारिश मे चलना काफी मुश्किल हो जाता हैं। लम्बे समय से ग्रामीणो की माॅग हैं कि पक्की सड़क का निर्माण हो जाये, पर प्रशासन ध्यान नही दे रहा है । अब मीडिया की पहल के बाद प्रशासन जाॅच कर सड़क बनवाने की बात कर रहे हैं।


Body:व्हीओ - 1 - महासमुंद जिले के ब्लाक बागबाहरा के ग्राम पंचायत अनवरपुर के आश्रित ग्राम दावनबोड़ मे पिछड़ी जाति के लोग ज्यादा रहते हैं। इस गाॅव मे एक प्राथमिक शाला हैं। मिडिल और उच्च शिक्षा की पढ़ाई के लिए गाॅव वालो को बाहर जाना पड़ता हैं। इस गाॅव से दूसरे गाॅव जाने के लिए ढ़ाई किमी का कच्चा रास्ता ग्रामीणो की मजबूरी मे तय करना पड़ता हैं । बारिश मे इस सड़क का बुरा हाल रहता हैं। ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि प्रशासन से सड़क की माॅग करते थक चुके हैं ,पर इनका सुनने वाला कोई नही हैं।Conclusion:व्हीओ - 2 - इस पूरे मामले में प्रशासनिक अधिकारी अब मीडिया के पहल के बाद सड़क जल्द बनवाने का आश्वासन दे रहे हैं। महासमुंद जिले के ग्राम दावनबोड़ के कच्ची सड़को का हालात देखने से यह समझ मे आ जाता हैें कि जिला प्रशासन ग्रामीण क्षेत्र मे कितना ध्यान दे रही हैं।

बाईट - 1- मेघराज - ग्रामीण दावनबोड़

बाईट - 2 - भुनेश्वर - ग्रामीण दावनबोड़

बाईट - 3 - सत्यभामा पटेल - सरपंच अनवरपुर

बाईट - 4 - शरीफ मोहम्मद - अपर कलेक्टर - महासमुंद

हाकिम नासिर महासमुंद छत्तीसगढ़ मो 9826555052, 7771542573


Last Updated : Sep 24, 2019, 3:27 PM IST
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