महासमुंदः देश को आजाद हुए 72 साल गुजर चुके हैं. विकास की राह पर आगे बढ़ते हुए पूरे देश डिजिटल युग में पहुंच चुका है. वहीं महासमुंद में कई ऐसे गांव मौजूद हैं, जो विकास की मुख्यधारा से जुड़ नहीं पाए हैं. ग्रामीणों को बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए रोजाना मुश्किलों से दो-चार होना पड़ता है.
ग्रामीणों की जद्दोजहद
बागबाहरा ब्लॉक में अनवरपुर ग्राम पंचायत के आश्रित गांव दावनबोड़ के ग्रामीण आज भी पक्की सड़क के लिए तरस रहे हैं. गांव के चारों ओर तो पक्की सड़कों का जाल बिछा है, लेकिन दावनबोड़ा को मुख्य सड़क से जोड़ने का ख्याल भी अभी तक प्रशासन के जहन में नहीं आया है. बारिश के मौसम में ग्रामीणों का गांव से बाहर निकलना दूभर हो जाता है. चार और दो पहिया वाहन तो छोड़िए हालात इतने बदतर हो जाते हैं कि, कीचड़ भरे रास्ते में पैदल चलना भी जंग लड़ने से कम नहीं होता है.
शिकायत पर कोई अमल नहीं
ग्राम पंचायत के संरपच सत्यभामा पटेल ने बताया कि आश्रित गांव दावनबोड़ में पक्की सड़क बनवाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासन से गुहार लगायी जा चुकी है. लेकिन शिकायतों के बावजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों की परेशानी को दूर करने के लिए अभी तक कोई पहल नहीं की है.
ETV भारत का ग्राउंड रिपोर्ट
इस पूरे मामले में प्रशासनिक अधिकारी अब मीडिया की पहल के बाद सड़क जल्द बनवाने का आश्वासन दे रहे हैं. लेकिन सवाल यह उठता है कि, सिस्टम ग्रामीणों की समस्या पर संदीजगी से विचार कर कब उसे सुलझाएगा और कब गांववालों को मुख्य सड़क तक जाने के लिए पक्का रास्ता नसीब हो पाएगा.