महासमुंद : सर्व हिंदू समाज ने तमिलनाडु के खेल मंत्री के उदयनिधि स्टालिन सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणी का विरोध किया था. साथ ही पुलिस से इस मामले में एफआईआर दर्ज करने का आवेदन दिया था.लेकिन पुलिस ने शिकायत नहीं ली.इसके बाद सर्व हिंदू समाज ने विरोध स्वरुप चक्काजाम किया.इसके एक दिन बाद पुलिस ने विरोध प्रदर्शन करने वालों पर ही केस रजिस्टर्ड कर लिया.जिसके विरोध में सर्व हिंदू समाज ने जिला बंद का आह्वान किया.
कहां-कहां दिखा बंद का असर ? : सर्व हिंदू समाज के विरोध में पिथौरा को छोड़कर जिले के चार ब्लॉक महासमुंद,बागबहरा,बसना और सरायपाली में बंद का असर देखने को मिला. इस दौरान आवश्यक सेवा वाली दुकानों को खुला रखा गया.बाकी प्रतिष्ठानों को सर्व हिंदू समाज के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर बंद करवाया.विश्व हिंदू परिषद के बंद को जिले के व्यापारिक प्रतिष्ठानों का भी सहयोग मिला.
''सनातन धर्म के विरुद्ध डेंगू, मलेरिया जैसे अमर्यादित टिप्पणियां जो की जा रही हैं. इस तरह की विवादित टिप्पणी क्षम्य नहीं है.यहां के पुलिस ने भी एफआईआर दर्ज नहीं की. उलटा हम पर मामला दर्ज हो गया. जिससे यह मामला उग्र हुआ है. ऐसे हिंदुत्व की लड़ाई में पूरे महासमुंद जिले वासियों ने बंद रखा हुआ है.'' आकाश लूनिया, सदस्य विश्व हिंदू परिषद
क्या है पूरा मामला ? : सर्व हिन्दू समाज के लोगों के मुताबिक तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के विरुद्ध विवादित टिप्पणी की है.जिसे लेकर सर्व हिन्दू समाज के लोगों ने 4 सितंबर को कोतवाली थाना में रिपोर्ट दर्ज करने का आवेदन दिया,लेकिन कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी की गयी. इसलिए सर्व हिन्दू समाज के लोगों ने कोतवाली के सामने लगभग छह घंटे नेशनल हाईवे जाम किया. इसके बाद सर्व हिन्दू समाज ने पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटन देकर चक्का जाम खत्म कर दिया..चक्का जाम करने के दूसरे दिन पुलिस ने 36 नामजद और 25 अन्य के खिलाफ धारा 147 , 149 , 341 के तहत मामला दर्ज कर लिया. जिसके विरोध में सर्व हिन्दू समाज ने महासमुंद जिला बंद कराने का आह्वान किया.