महासमुंद : बागबाहरा ब्लॉक के ग्रामीण इलाके में संचालित नर्रा शासकीय स्कूल ने जिले के साथ ही छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. इस स्कूल का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है. स्कूल में सोलर यात्रा के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें 75 छात्र-छात्राओं ने सोलर लैम्प असेम्बल करने का प्रशिक्षण लिया.
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर ग्लोबल गांधी सोलर यात्रा के तहत नर्रा के स्कूल में छात्रों ने सोलर लैंप असेम्बल करना सीखा. इसके लिए शासकीय स्कूल नर्रा का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है. इस लैंप को एक बार धूप में चार्ज करने पर 14 घंटों तक रोशनी मिलेगी. इससे ग्रामीण क्षेत्रों और बिजली की किल्लत वाले क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों की पढ़ाई में मदद मिलेगी.
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'ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना था गांधी जी का सपना'
स्कूल के प्रभारी प्रचार्य सुबोध तिवारी ने कहा कि 'गांधी जी के सपनों को साकार करते हुए गांधी जयंती पर ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए छात्र-छात्राओं को सोलर लाइट बनाने की कला सिखाई गई'. उन्होंने कहा कि 'स्वच्छता के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था का स्वलंबन भी गांधी जी का सपना था'.