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गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होगा महासमुंद के इस स्कूल का नाम - नर्रा शासकीय स्कूल

नर्रा के स्कूल का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है.

छात्रों ने सीखा सोलर लैंप असेंबल करना
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Published : Oct 3, 2019, 5:49 PM IST

Updated : Oct 3, 2019, 7:36 PM IST

महासमुंद : बागबाहरा ब्लॉक के ग्रामीण इलाके में संचालित नर्रा शासकीय स्कूल ने जिले के साथ ही छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. इस स्कूल का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है. स्कूल में सोलर यात्रा के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें 75 छात्र-छात्राओं ने सोलर लैम्प असेम्बल करने का प्रशिक्षण लिया.

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर ग्लोबल गांधी सोलर यात्रा के तहत नर्रा के स्कूल में छात्रों ने सोलर लैंप असेम्बल करना सीखा. इसके लिए शासकीय स्कूल नर्रा का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है. इस लैंप को एक बार धूप में चार्ज करने पर 14 घंटों तक रोशनी मिलेगी. इससे ग्रामीण क्षेत्रों और बिजली की किल्लत वाले क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों की पढ़ाई में मदद मिलेगी.

पढ़ें : अच्छी पहल: छत्तीसगढ़ के गोठान में बने दीये से जगमगाएगा दिल्ली और नागपुर

'ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना था गांधी जी का सपना'
स्कूल के प्रभारी प्रचार्य सुबोध तिवारी ने कहा कि 'गांधी जी के सपनों को साकार करते हुए गांधी जयंती पर ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए छात्र-छात्राओं को सोलर लाइट बनाने की कला सिखाई गई'. उन्होंने कहा कि 'स्वच्छता के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था का स्वलंबन भी गांधी जी का सपना था'.

महासमुंद : बागबाहरा ब्लॉक के ग्रामीण इलाके में संचालित नर्रा शासकीय स्कूल ने जिले के साथ ही छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है. इस स्कूल का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है. स्कूल में सोलर यात्रा के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें 75 छात्र-छात्राओं ने सोलर लैम्प असेम्बल करने का प्रशिक्षण लिया.

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर ग्लोबल गांधी सोलर यात्रा के तहत नर्रा के स्कूल में छात्रों ने सोलर लैंप असेम्बल करना सीखा. इसके लिए शासकीय स्कूल नर्रा का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज होने जा रहा है. इस लैंप को एक बार धूप में चार्ज करने पर 14 घंटों तक रोशनी मिलेगी. इससे ग्रामीण क्षेत्रों और बिजली की किल्लत वाले क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों की पढ़ाई में मदद मिलेगी.

पढ़ें : अच्छी पहल: छत्तीसगढ़ के गोठान में बने दीये से जगमगाएगा दिल्ली और नागपुर

'ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना था गांधी जी का सपना'
स्कूल के प्रभारी प्रचार्य सुबोध तिवारी ने कहा कि 'गांधी जी के सपनों को साकार करते हुए गांधी जयंती पर ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए छात्र-छात्राओं को सोलर लाइट बनाने की कला सिखाई गई'. उन्होंने कहा कि 'स्वच्छता के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था का स्वलंबन भी गांधी जी का सपना था'.

Intro:एंकर - महासमुंद शासकीय स्कूल नर्रा का नाम दर्ज होगा गिनीज बुक आॅफ वल्र्ड रिकार्ड मे गाॅधी जयंती के अवसर पर ग्लोबल गाॅधी सोलर यात्रा के तहत हुआ कार्यशाला । नर्रा के स्कूल सहित 180 देशो के छात्र सिखें सोलर लैंप असेम्बल करना । इस लंैप को एक बार धूप मे चार्ज करने पर 14 घण्टो तक मिलेगी रोशनी छात्रो की पढ़ाई मे होगी मदद , मिलेगी बिजली बाधा से मुक्ति ।


व्हीओ - 1 - महासमुंद जिले के ब्लाक बागबाहरा के ग्राम नर्रा के शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक शाला मे गाॅधी जयंती के दिन ग्लोबल गाॅधी सोलर यात्रा के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया था जिसमे 75 छात्र - छात्राओ ने सोलर लैम्प असेम्बल का प्रशिक्षण लिया । गाधी जी के सपनो को साकार करते हुवे गाॅधी जयंती पर ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत करने के लिए आज सोलर लाईट बनाना छात्र-छात्राओ को सिखाया गया । छात्र एवं छात्राए 150 जयंती पर मानव श्रृखला बना कर श्रद्धाजलि अर्पित की ।Body:व्हीओ - 2 - वही स्कूल के प्रभारी प्रचार्य एवं ट्रेनर ने आज 75 बच्चो को सोलर लाईट बनाना सिख कर स्वालंबी बनेगे । गाॅधी जी के सपनो को साकार करने के लिए आज छात्रो ने साफ सफाई के साथ स्वालंबी बनने की प्रतिज्ञा ली ।

Conclusion:बाईट - 1 - ईश्वर साहू - छात्र - 12वी
बाईट - 2 - वैभव देवांगन - छात्र - 11वी
बाईट - 3 - सुबोध तिवारी - प्रभारी प्रचार्य - नर्रा

हाकिम नासिर महासमुंद छत्तीसगढ़ मो 9826555052, 7771542573

Last Updated : Oct 3, 2019, 7:36 PM IST
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