महासमुंद: जिले में विपणन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही और प्लेसमेंट एजेंसी के मनमाना रवैया के कारण सैकड़ों मजदूरों को पिछले 2 महीने से मजदूरी नहीं मिली. जिसके कारण मजदूर, साहूकारों से कर्ज लेकर जीवन यापन करने को मजबूर हैं. घर की आर्थिक स्थिति खराब होता देख धान संग्रहण केंद्र के मजदूर 3 जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं.
चिलचिलाती धूप में मजदूरों की गुहार
इन दिनों मजदूर अपनी मजदूरी को लेकर प्रशासन से धान संग्रहण केंद्र तुमा डबरी के मेन गेट पर चिलचिलाती धूप में सिर पर गमछा डाले नारेबाजी कर रहे हैं, लेकिन उनका दर्द सुनने वाला कोई नहीं.
दो महीने से नहीं मिली मजदूरी
बता दें कि महासमुंद जिले में 5 संग्रहण केंद्रों में 166 मजदूर मजदूरी करते हैं. शासन के नियमानुसार पहले इन मजदूरों को भुगतान विपणन विभाग करता था, लेकिन फरवरी 2019 से वन विभाग ने ठेका प्लेसमेंट एजेंसी एक्स मैन सिक्योरिटी सर्विसेस बिलासपुर को दे दिया है. इससे मजदूरों को 5 से 6 हजार का ही भुगतान एक महीने में कर रहे हैं. हद तो तब हो गई जब 2 महीने की मजदूरी करने के बाद भी मजदूरों को पैसा नहीं मिला.
प्लेसमेंट एजेंसी पर मनमानी का आरोप
मामले में प्रशासन से मजदूरों ने कई दफा गुहार लगायी लेकिन किसी ने उनकी गुहार नहीं सुनी, जिससे आक्रोशित मजदूर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं. वहीं मजदूरों ने प्लेसमेंट एजेंसी पर मनमानी आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगे.