नित्यानंद सरस्वती महाराज को सुनने के लिए लोग दूर-दूर से आए हुए थे. जहां शंकराचार्य ने आतंकी हमले में शहीद जवान परिवारों के साथ संवेदना व्यक्त की. वहीं न्यायपालिका पर भी शासन तंत्र का वर्चस्व होने की बात कही.
धर्म सभा में शामिल होने के पहले की चर्चा
धर्म सभा में शामिल होने से पहले शंकराचार्य ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों के परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि भारत नीति निपुणता का परिचय दे तो आतंकवाद समाप्त कर सकते हैं.
भारत की राजनीति दिशाहीन
शंकराचार्य ने कहा कि भारत की राजनीति दिशाहीन हो गई है और किसी भी राजनीतिक दल की अपनी पहचान नहीं है. राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा अयोध्या में राम मंदिर ही बनना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट में जो केस है उसकी आधारशिला ही गलत है.
गौरतलब है कि शंकराचार्य ने राजनीतिक दलों पर राम के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यही कारण है आज रामलला कोलदारी में हैं.